झांसी में 1 साल में 65 गर्भवती महिलाओं की मौत….PDSR की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
झांसी. झांसी में हुई डेथ सर्विलांस एंड रिस्पांस की मासिक बैठक में कई गंभीर बातें सामने आई. इस बैठक में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अपर निदेशक झांसी मंडल की अध्यक्षता में जिला स्तर के सभी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिले में गर्भवती महिलााओ की हो रही मृत्यु पर चर्चा की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि झांसी जिले में जागरूकता की कमी के कारण आज भी गर्भवती महिलाएं सही तरह से अपना ध्यान नहीं रखती हैं.
समीक्षा के दौरान पाया गया कि गर्भावस्था के समय आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं जांच के लिए समय से नहीं आती हैं , जबकि गर्भवती महिला की कम से कम 4 बार प्रसवपूर्व जांच होनी चाहिए . इस वजह से डिलिवरी के दौरान कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. इस वजह से गर्भवती महिलाओं की मृत्यु के मामले सामने आ रहे हैं.
एक साल में 65 महिलाओं की मौत
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला ने डाटा प्रस्तुत करते हुए बताया कि वर्ष 2023- 24 में झांसी मंडल में कुल 65 मातृ मृत्यु सूचित की गई थी. इसमें से 31 जनपद झांसी के केस थे. इस वर्ष माह अप्रैल 2024 में 4 मातृ मृत्यु रिपोर्ट की गई है. इसमें से 3 केस जनपद झांसी का है. यह सभी मृत्यु महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में हुई हैं.
गर्भवती महिलाओं का रखें ध्यान
सीएमओ डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज तक पहुंचने में कोई दिक्कत ना हो इस बात का ध्यान रखा जाए. इसके साथ ही उन्होंने निजी चिकित्सालयों जहां प्रसव की सुविधा उपलब्ध है, के संचालकों को निर्देशित किया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मानकों का पालन कराया जाए एवं गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.