छत्तीसगढ़: गैंग रेप के बाद पीड़िता ने कर ली आत्महत्या, पिता ने खाया जहर तब तीन महीने बाद पुलिस ने दर्ज की FIR
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक नाबालिग युवती के साथ कथित गैंग रेप का भयावह मामला सामने आया है। युवती से करीब तीन महीने पहले सात युवकों ने गैंग रेप किया था, जिसके बाद जब पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की, तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। नाबालिग युवती ने गैंग रेप के बाद आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने मामले की जांच करने के लिए युवती के शव को कब्र से बाहर निकलवाया है। युवकों ने युवती को शादी समारोह से जंगल ले जाकर गैंग रेप किया था।
पीड़िता के परिवार का आरोप है कि युवती के साथ 19 जुलाई को सात युवकों ने गैंग रेप किया था। अगले दिन युवती ने आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने युवती के शव को गांव से दूर दफना दिया। युवती के चाचा ने कहा कि उन्होंने गैंग रेप के बाद ही शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हालांकि, पुलिस ने पीड़िता के परिजनों के दावे को खारिज कर दिया। पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि उन्हें बुधवार को स्थानीय मीडिया में खबरों के प्रकाशित होने के बाद घटना की जानकारी मिली।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी. ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि कुछ माह पहले कोंडागांव जिल के धनोरा थाना क्षेत्र में एक बालिका ने गैंग रेप के बाद आत्महत्या कर ली थी। सूचना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी बुधवार को वहां पहुंचे थे।
शादी समारोह में गई थी पीड़िता
परिवार द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के अनुसार, 19 जुलाई को 17 वर्षीय पीड़िता अपने परिवार के साथ पास के कानागांव में हो रही एक शादी समारोह में गई हुई थी। रात में तकरीबन 11 बजे कानागांव के दो युवक युवती को अपने साथ नजदीक के जंगल ले गए और वहां पर अन्य पांच युवकों के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस अधिकारी ने कहा, ”अगली सुबह पीड़िता बिना किसी को बताए घर लौटी और फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। उन्होंने आगे कहा कि परिवार को दुष्कर्म की घटना की जानकारी नहीं थी और उन्होंने युवती की लाश गांव के बाहरी इलाके में दफना दी। पुलिस ने मामले के सामने आने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए शव को बाहर निकाल लिया है।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पीड़िता के चाचा ने पत्रकारों को बताया कि आत्महत्या करने के बाद दो स्थानीय लड़कों ने उन्हें जानकारी दी कि युवती के साथ गैंग रेप हुआ है। इसके दो दिन बाद धनोरा पुलिस थाने के एसएचओ ने उन्हें बुलाया और पूछा कि क्यों मामले में शिकायत नहीं दर्ज करवाई गई। उन्होंने कहा कि एसएचओ ने कार्रवाई करने का भरोसा दिया था, लेकिन बाद में कोई भी एक्शन नहीं लिया गया। पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज ने बताया कि बालिका की आत्महत्या के बाद पुलिस दल गांव गया था लेकिल परिजनों ने कहा था कि वह बाद में शिकायत दर्ज कराएंगे। वहीं, हाल ही में पीड़िता के पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन इलाज के बाद उन्हें बचा लिया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि आत्महत्या की कोशिश के पीछे की मुख्य वजह का पता नहीं चल सका है।
बीजेपी का कांग्रेस सरकार पर हमला
वहीं, मामले के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी ने घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि राज्य सरकार महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने में विफल साबित हुई है। विपक्षी नेता धरमलाल कौशिक ने ट्वीट कर लिखा, ”प्रदेश की बेटियां बस्तर से बलरामपुर तक कहीं भी सुरक्षित नहीं, ये कैसा नया छत्तीसगढ़ गढ़ने चले हैं। बेटियों पर हो रही घटनाओं पर असंवेदनशील प्रदेश की सरकार के पास संवेदना के दो शब्द भी नही हैं। लेकिन वो हाथरस के मुद्दे पर अपने दिल्ली दरबार को खुश करने सियासी ड्रामा करने में लगे हैं।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि प्रदेश की असफल सरकार हर मोर्चे पर फेल है। बेटियों की सुरक्षा को लेकर कोई चिंतायें नही हैं। अब तो छत्तीसगढ़ अपराधियों का अभ्यारण बनता जा रहा है। हर तरफ ज्यादती ही ज्यादती है, यही एक त्रासदी है।