क्या बदलेगा JEE Main और NEET 2021 का सिलेबस, NTA को शिक्षा मंत्रालय ने दिया ये निर्देश
JEE Main , NEET 2021 : हो सकता है कि कुछ दिनों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नीट, जेईई मेन समेत कई परीक्षाओं का नया सिलेबस जारी करे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए को 2021 में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी व प्रवेश परीक्षाओं का नया सिलेबस जारी करने के लिए कहा है। आपको बता दें कि एनटीए वर्ष में जेईई मेन, नीट, सीमैट, जीपैट, यूजीसी नेट जैसी कई परीक्षाएं आयोजित करता है। गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें कई फैसले लिए गए। बैठक में तय किया गया कि एनटीए देश के स्कूली शिक्षा बोर्डों से जुड़े समकालीन हालात का जायजा लेने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सिलेबस लाएगी।
अधिकारी ने कहा, ”विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को निर्देश दिया गया है कि वह सभी छात्रवृत्तियों, फेलोशिप आदि को समय पर दिया जाना सुनिश्चित करे और इस संबंध में हेल्पलाइन शुरू करके छात्रों की सभी समस्याओं का तुरंत समाधान करे।
एनटीए ने पिछले महीने ही हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई की मुख्य परीक्षा कराने की घोषणा की थी। हालांकि आईआईटी ने अभी तक यह फैसला नहीं किया है कि क्या जेईई एडवांस की परीक्षा भी क्षेत्रीय भाषाओं में कराई जाएगी।
फरवरी में कराई जा सकती है JEE मुख्य परीक्षा
देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE)-मुख्य को जनवरी के बजाय फरवरी में कराया जा सकता है। अधिकारियों ने कुछ दिनों पहले यह बात कही थी। कोविड-19 के बढ़ते मामलों और इस साल के लिये अभी भी चल रही दाखिला प्रक्रिया के चलते यह फैसला लिया जा सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया अब भी जारी है, लिहाजा 2021 की जेईई-मुख्य परीक्षा को फरवरी में कराए जाने पर विचार चल रहा है। इससे उन छात्रों को फायदा होगा, जो पिछली परीक्षा में प्राप्त अंकों या उन कॉलेजों से संतुष्ट नहीं हैं, जहां उन्हें दाखिला मिल रहा है।”
एक फैसला यह भी लिया गया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) अगले शैक्षिक सत्र से छात्रों को उनकी मातृ भाषा में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराएंगे। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”तकनीकी शिक्षा, विशेष रूप से इंजीनियरिंग की शिक्षा मातृ भाषा में देने का लाभकारी निर्णय लिया गया और यह अगले शैक्षिक सत्र से उपलब्ध होगा। इसके लिए कुछ आईआईटी और एनआईटी को चुना जा रहा है।