उत्तर प्रदेश में अवैध शराब के धंधा पर आबकारी विभाग का कसा शिकंजा, 16 नवंबर तक चलेगा विशेष अभियान
दीपावली का पर्व करीब है। त्योहार में शराब की खपत बढ़ जाती है। खपत बढ़ने पर नकली शराब का धंधा जोर पकड़ लेता है। मिलावट होने से शराब जहरीली हो जाती है, जिसे पीने पर मृत्यु होने की घटनाएं सामने आती रही हैं। इसी कारण उत्तर प्रदेश में त्योहार पर अवैध शराब का धंधा रोकने के लिए आबकारी विभाग विशेष अभियान चला रहा है। जिला स्तर पर छापेमारी व धरपकड़ की कार्रवाई चल रही है। विशेष सतर्कता अभियान आबकारी विभाग 16 नवंबर तक जारी रखेगा।
अवैध शराब बनाने, उसकी बिक्री व तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग वैसे तो निरंतर कार्रवाई करता है। लेकिन, दीपावली पर्व के मद्देनजर सक्रियता बढ़ा दी गई है। हर जिले में छापे मारकर अवैध शराब के धंधा में लिप्त लोगों की धरपकड़ चल रही है। वहीं, दुकानों पर औचक निरीक्षण करके देखा जा रहा है कि शराब तय दाम पर बिक रही है अथवा नहीं। अधिक दाम पर शराब बेचने वालों के ऊपर जुर्माना लगाया जा रहा है।
जांच निष्पक्ष हो उसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों का जिला बदल दिया गया है, जो जिस जिले में तैनात है उसे दूसरे जिले में जांच के लिए भेजा जा रहा है। इसके तहत एक से लेकर नौ नवंबर तक अवैध शराब के धंधा में लिप्त 310 से अधिक व्यक्ति गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से 19,585 लीटर अवैध शराब व 11 वाहन जब्त किया गया, जबकि 99,080 किलोग्राम लहन नष्ट कराया गया है। आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद का कहना है कि अवैध शराब न बने, शराब तय दाम पर बिके उसके लिए विशेष सतर्कता अभियान जारी रहेगा। अवैध शराब बनाने व बिक्री पर पैनी नजर रखी जा रही है।
अवैध शराब का धंधा रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम को 24 घंटे सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है। शराब की बंद फैक्ट्रियों, बाग, तालाब व पहाड़ी इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है। अपर मुख्य सचिव आबकारी विभाग संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि छापामारी का अभियान निरंतर जारी रहेगा। वहीं, प्रदेश में आबकारी दुकानों पर निर्धारित दाम पर शराब बिक्री सुनिश्चित कराई जा रही है, जहां ज्यादा दाम पर शराब बिकने की सूचना मिलती है उन दुकानों पर औचक जांच कराकर कार्रवाई हो रही है। इसके तहत 13 जिलों में 254 दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वे तय मूल्य से अधिक पर शराब बेच रहे थे।