लखनऊ में अखिलेश यादव पर महामारी एक्ट उल्लंघन का मुकदमा, कोरोना काल में नियम तोड़ने पर हुई कार्रवाई
भारत बंद से पहले कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी की सड़कों पर भी गुस्सा दिखा। सोमवार को किसान आंदोलन का समर्थन करने कन्नौज जा रहे अखिलेश यादव को रोके जाने के बाद सियासत और गरमा गई। हजरतगंज में विरोध कर रहे सपाइयों पर लाठीचार्ज भी पुलिस ने किया। वहीं, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) भी सड़क पर उतर आई। देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ कोरोना काल के नियम तोडऩे पर महामारी एक्ट के तहत गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
सपा की महानगर और जिला इकाई अपने क्षेत्रों में सक्रिय रही। किसानों के समर्थन में यात्राएं निकालीं। सपा की महानगर इकाई ने ठाकुरगंज व लालबाग सहित कई क्षेत्रों में यात्रा निकाली। इस बीच कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गिरफ्तार किए जाने की खबर मिली। वापस लौटते समय उन्हें पुलिस ने हजरतगंज में रोका, जहां नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित, महासचिव सौरभ सिंह यादव, गौरव यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष, मधुप यादव, रीतेश साहू, महिला सभा की नगर अध्यक्ष किरन पांडेय व महासचिव कहकशा सिद्दीकी सहित कई कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। उनको गिरफ्तार कर ईको गार्डेन ले जाया गया।
वहीं, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव, मान सिंह पटेल, अजय प्रताप बिन्नो व पूर्व जिला महासचिव राशिद अली के साथ कार्यकर्ताओं ने गोसाईंगंज में किसान यात्रा निकाली। यहां पुलिस ने किसानों के लिए ले जाई जा रही राहत सामग्री जब्त कर ली। साथ ही अशोक यादव समेत कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डेन भेज दिया। इस बीच पुलिस सपा प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा को भी गिरफ्तार कर ईको गार्डेन ले आई।
विक्रमादित्य मार्ग पर सात घंटे कैद रहे सैकड़ों लोग
विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बंगले के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग रविवार देर रात कर दी थी। सोमवार सुबह आठ बजे के बाद लोगों की आवाजाही भी रोक दी। अखिलेश यादव के बंगले से उनके प्रदर्शन कार्यालय तक रेलवे के कई अधिकारी रहते हैं। इन रास्तों को भी बल्लियों से बंद कर दिया गया। दूसरी ओर, क्रिश्चियन कॉलोनी और अवध गल्र्स कॉलेज था, जहां किसी को भी नहीं जाने दिया गया।
विक्रमादित्य मार्ग पर सपाइयों और पुलिस में भिड़ंत, नारेबाजी और लाठीचार्ज
विक्रमादित्य मार्ग वैसे तो सपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से गुलजार रहता है, लेकिन सोमवार को यहां नजारा अलग था। सुबह से ही करीब दो सौ कार्यकर्ताओं को रोकने, बैरिकेडिंग से प्रदेश कार्यालय बंद किए जाने के बाद जमकर नारेबाजी हुई। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। इस बीच कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस पर झंडे लगे डंडों से हमला कर दिया। पुलिस ने भी कई झंडे छीनकर उनके डंडे निकाले और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया। विक्रमादित्य मार्ग पर लोग अपने घरों से इस पूरी घटना को देखते रहे।
प्रसपा ने घेरा कलेक्ट्रेट, ज्ञापन सौंपा
सोमवार को प्रसपा ने किसान बिल वापस लेने सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया। प्रसपा लोहिया प्रदेश महासचिव अजय त्रिपाठी मुन्ना के नेतृत्व में कार्यकर्ता बेगम हजरत महल पार्क पर एकत्र हुए। यहां से जिलाध्यक्ष रंजीत यादव, महानगर अध्यक्ष कल्पेश द्विवेदी और व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राम बाबू रस्तोगी सहित कई कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। पुलिस बल की मौजूदगी में प्रदर्शन किया।