22 November, 2024 (Friday)

म्यूचुअल फंड में छोटे शहरों के निवेशक आगे

म्यूचुअल फंड उद्योग की औसत प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) अक्तूबर के मध्य तक 28 लाख करोड़ रुपये से कुछ अधिक रहीं। इनमें छोटे शहरों यानी बी30 शहरों का 16 प्रतिशत हिस्सा रहा। म्यूचुअल फंड उद्योग के संगठन एएमएफआई ने इसकी जानकारी दी। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) पिछले कई साल से म्यूचुअल फंड कंपनियों के ऊपर दबाव बना रहा है कि वह संपत्ति आधार बढ़ाने के लिये छोटे शहरों पर ध्यान दें। सेबी प्रमुख अजय त्यागी ने सितंबर में फिर से यह बात दोहराई थी।

कितना निवेश
16 फीसदी हिस्सेदारी देश के 30 छोटे शहरों की कुल म्यूचुअल फंड निवेश में

4.61 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया छोटे शहरों का कुल निवेश म्यूचुअल फंड में
4.47 लाख करोड़ रुपये था 30 छोटे शहरों का निवेश सितंबर में

03 फीसदी का इजाफआ निवेश में सिर्फ एक माह में छोटे शहरों से

शेयरों में भी बड़े शहरों को पछाड़ा
65 फीसदी इक्विटी फंड में निवेश 30 छोटे शहरों के निवेशकों का

35 इक्विटी फंड में निवेश में हिस्सेदारी बड़े शहरों की
68 फीसदी निवेश इक्वटी फंड में निवेश करते हैं छोटे निवेशक

75 फीसदी निवेश डेट फंड में निवेश करते हैं बड़े निवेशक

नए नियम और लुभाएंगे
75 फीसदी न्यूनतम निवेश शेयरों में हुआ जरूरी इक्विटी फंड श्रेणी में

25 फीसदी के अनुपात में लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश अनिवार्य
65 फीसदी न्यूनतम निवेश सीमा थी इक्विटी फंड के लिए पहले

03 श्रेणी स्मॉल, मिड और लॉर्ज कैप में बराबर निवेश से जोखिम घटेगा रिटर्न बढ़ेगा

निवेश का खुद करते हैं फैसला
15 फीसदी आम निवेशक डायरेक्ट स्कीम में निवेश कर रहे

24 फीसदी बड़े निवेशक डायरेक्ट स्कीम में करते हैं निवेशक
47 फीसदी निवेश म्यूचुअल फंड में निवेश डायरेक्ट स्कीम से आ रही

म्यूचुअल फंड निवेश में शीर्ष पांच राज्य

43.8 फीसदी के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे
8.4 फीसदी निवेश के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर

6.9 फीसदी के साथ गुजरात और कर्नाटक तीसरे स्थान पर
5.2 फीसदी के साथ पश्चिम बंगाल चौथे स्थान पर

छोटे शहरों से निवेश में लगातार वृद्धि हुई है। व्यक्तिगत निवेशकों की कुल इक्विटी संपत्तियों में इनकी हिस्सेदारी करीब 27 प्रतिशत है और इसमें लगातार अच्छी वृद्धि हो रही है।-हर्षद चेतनवाला,माईवेल्थग्रोथ डॉट कॉम

कोरोना संकट में बाजार से जुड़ने की होड़

शेयरों के साथ इक्विटी फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश के लिए डीमैट खाता जरूरी होता है। कोरोना संकट के बाद इस साल अप्रैल के बाद केवल छह माह में 50 लाख से अधिक डीमैट खाते खुले हैं। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि वेतन कटौती और छंटनी के दौर में निवेशकों का शेयर और म्यूचुअल फंड की ओर रुख करना हैरान करने वाला है। इस संकट ने अतिरिक्त आमदनी के लिए निवेशकों को जोखिम लेना सीखा दिया है। हालांकि, बाजार ने भी उन्हें निराश नहीं किया है।

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