पश्चिमी राफा में UN रिफ्यूजी कैंप के पास स्थित विस्थापितों के टेंट इजरायली हवाई हमले में तबाह हो गए.
तेल अवीव. हमास की ओर से कत्लेआम माचाए जाने के बाद गाजा पट्टी में शुरू हुआ विध्वंस का खूनी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजरायली सैनिकों ने वेस्ट बैंक में स्थित अकबत जब्र रिफ्यूजी कैंप पर रेड के दौरान एक 15 साल के किशोर को गोली मार दी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तनी किशोर बुरी तरह जख्मी था, लेकिन उसे डॉक्टर के पास नहीं जाने दिया गया. आखिरकार उसकी मौत हो गई. राफा में हेल्थ सर्विस पूरी तरह से ठप हो गई है. WHO ने बताया कि राफा में सक्रिय एकमात्र अलहीलाल एमिरेट हॉस्पिटल भी बंद हो गया है. भीषण सशसत्र संघर्ष की वजह से एक तरफ जरूरी सामान की आपूर्ति बुरी तरह से चरमरा गई है तो दूसरी तरफ राहत एवं बचाव दल के सदस्य भी इलाके में सेवा देने से इनकार कर दिया है. इस बीच, हमास ने कहा कि उसे अभी तक जो बाइडन के पीस प्रपोजल का लिखित दस्तावेज प्राप्त नहीं हुआ है. इजरायल ने जो बाइडन के शांति प्रस्ताव पर विचार करने के लिए जल्द ही वार कैबिनेट की बैठक करने की बात कही है. बाइडन ने तीन सूत्रीय शांति प्रस्ताव रखते हुए इजरायल और हमास से इसे अपनाने की अपील की है.
LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति ने गाजा पट्टी में शांति बहाली के लिए तीन सूत्रीय फॉर्मूला सामने रखा है. उन्होंने इजरायल और हमास से इस प्रस्ताव पर बातचीत करने की अपील की है. हालांकि, हमास ने कहा कि प्रेसिडेंट बाइडन का प्रस्ताव पॉजिटिव है, लेकिन उसे अभी तक लिखित में कुछ भी नहीं मिला है, ऐसे में शांति प्रस्ताव पर बातचीत को आगे बढ़ाने की दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो ने कहा कि उनका देश आवश्यकता पड़ने पर गाजा में युद्ध विराम लागू करने के लिए शांति सेना भेजने को तैयार है. एशिया के प्रमुख सुरक्षा सम्मेलन शांगरी-ला डायलॉग में बोलते हुए प्रबोवो ने कहा कि गाजा में युद्ध विराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रस्ताव सही दिशा में उठाया गया कदम है. उन्होंने कहा, ‘जब जरूरत होगी और जब संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध किया जाएगा, तो हम इस संभावित युद्ध विराम को बनाए रखने और निगरानी करने के साथ-साथ सभी पक्षों और सभी पक्षों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण शांति सेना भेजने के लिए तैयारचुनौती बढ़ गई है. दूसरी तरफ, इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों की मांग है कि इजरायली सरकार हमास के साथ बातचीत कर युद्ध बंद करे और बंधकों की सकुशल वापसी सुनिश्चित कराए.