दिल्ली में 5 संदिग्धों की गिरफ्तारी से खालिस्तानी-कश्मीरी आतंकी संपर्क का खुलासा, कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा
दिल्ली के शकरपुर इलाके से सोमवार को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए पांच संदिग्ध आतंकवादियों को दिल्ली की एक अदालत ने 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इनमें से दो कथित रूप से पंजाब में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या में शामिल थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पांच आरोपियों में से गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले हैं, जबकि शब्बीर अहमद, मोहम्मद अयूब और रियाज राठेर कश्मीर से हैं और आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने बताया कि गुरजीत और सुखदीप कथित रूप से बलविंदर सिंह की हत्या में शामिल थे। आतंकवाद से मुकाबले के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की अक्टूबर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
खालिस्तानी-कश्मीरी आतंकी संपर्क की बात सामने आई
पुलिस ने दावा किया कि इन गिरफ्तारियों से पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी, हिज्बुल मुजाहिदीन व मादक पदार्थ आतंकवाद में शामिल लोगों के गठजोड़ की बात सामने आई है।
डीसीपी (स्पेशल सेल) प्रमोद कुशवाहा ने सोमवार को बताया था कि हमारी टीम को सोमवार सुबह सूचना मिली थी कि पंजाब के दो अपराधियों को तीन कश्मीरियों से पैसे मिलने हैं। गुप्त सूचना पर दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में मुठभेड़ के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि इन लोगों के पास से तीन पिस्तौल, दो किलोग्राम हेरोइन और एक लाख रुपये नकद मिले हैं। दो कारें भी जब्त कर ली गई हैं जिनमें वे सवार थे। प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा खालिस्तान समर्थक आतंकियों से जोड़ने की कोशिश की जा रही थी।
पुलिस अधिकारी के अनुसार कि वे मादक पदार्थ बेच रहे थे और इस पैसे का इस्तेमाल पंजाब में आतंकवाद के वित्तपोषण में होता था। उन्होंने बताया कि यह सामने आया कि आईएसआई पाकिस्तान में रहने वाले खालिस्तानी कट्टरपंथी हरमीत सिंह (खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का प्रमुख) और लखबीर सिंह (पाकिस्तान में रहने वाला केजेडएफ-खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सरगना) के साथ मिलकर पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश रच रही है और लक्षित हत्याओं के लिए गैंगस्टर सुख भिखारीवाल का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने बताया कि कश्मीर में रहने वाले तीन व्यक्ति दो अन्य को पैसे पहुंचा रहे ताकि लक्षित हत्याएं की जा सकें। यह पैसा मादक पदार्थ की बिक्री से आया है। डीसीपी ने बताया कि यह बात भी सामने आई कि आईएसआई अपनी के2 डेस्क (कश्मीर-खालिस्तान) के जरिए दक्षिणपंथी नेताओं की हत्या के लिए पैसा दे रहा है