टीका आने से पहले गरमाई सियासत, कांग्रेस का सवाल- सभी को फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराने के वादे का क्या होगा
देश में कोरोना वैक्सीन अभी नहीं आई है लेकिन इस पर अभी से सियासत होने लगी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि धरातल पर सभी को समान रूप से टीका उपलब्ध कराने के लिए योजना की दरकार है। कांग्रेस ने सवाल किया कि भाजपा के उस वादे का क्या होगा जिसमें उसने बिहार चुनाव के दौरान सभी को नि:शुल्क कोरोना वायरस का टीका उपलब्ध कराने की बात कही थी।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी यह बताएंगे कि सभी को नि:शुल्क वैक्सीन कब तक उपलब्ध होगी। वहीं सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोरोना जैसी महामारियों से देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है। ऐसे में नीति नियंताओं को इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटना चाहिए।
आजाद ने यह भी कहा कि किफायती दर पर और जल्द कोरोना वायरस का टीका हासिल करने के लिए देश को तैयारी करनी चाहिए। आजाद ने उम्मीद जताई कि आईसीएमआर के साथ मिलकर काम कर रहीं दवा कंपनियों को कोरोना के टीके के लिए सरकारी प्राधिकार से आखिरी मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश की आबादी और क्षेत्रफल को ध्यान में रखते हुए टीके को किफायती दर पर जल्द उपलब्धता सुनिश्चित कराने की तैयारी करनी चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि टीका जल्द आ जाएगा। ऐसे में टीके के भंडारण, वितरण, खुराक की संख्या, टीके के लिए पात्रता और इसके किसी दुष्प्रभाव जैसे मसलों का समाधान करना चाहिए। आजाद ने यह भी कहा कि टीकाकरण के किसी भी दीर्घकालीन प्रतिकूल असर का पता करने के लिए निगरानी व्यवस्था भी बनाई जानी चाहिए। टीके के वितरण के मसले पर वैज्ञानिकों, नीति नियंताओं को एक साथ काम करना चाहिए।
वहीं सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में आठ वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के विभिन्न फेज में हैं और विशेषज्ञों की हरी झंडी मिलते ही इन्हें उपलब्ध करा दिया जाएगा। भारतीय वैज्ञानिकों को कोविड-19 का टीका विकसित करने में सफलता का पूरा भरोसा है और यह कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है। उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं को आश्वासन दिया कि राज्यों के साथ विचार-विमर्श के बाद ही वैक्सीन की कीमत तय की जाएगी।