जेवर एयरपोर्ट होगा भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा, यहां बनेगा एयर कार्गो टर्मिनल
ग्रेटर नोएडा: यूपी का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अक्टूबर माह से शुरू किया जाएगा. उसके पहले एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी और एयर कार्गो की सुविधाओं से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू कर दी गई. अब यमुना प्राधिकरण ने जेवर खादर और चांदहट स्टेशनों के बीच रेलवे लाइन पर एक अलग एयर कार्गो टर्मिनल बनाने की योजना बनाई है.
मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट से जुड़ेगा एयरपोर्ट
इस योजना के तहत एयरपोर्ट से आने जाने वाला माल बिना किसी रुकावट के देश के अनेकों हिस्सों तक पहुंचाया जा सकेगा. वहीं, इसके साथ ही रेलवे लाइन दादरी में बना रहे मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब से भी इसे जोड़ा जाएगा या टर्मिनल नोएडा एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल को दिल्ली हावड़ा और दिल्ली मुंबई रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा.
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने बताया कि इस पूरी योजना में लगभग 2400 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है. साथ ही यमुना नदी पर एक रेल पुल बनाने में 350 करोड रुपए खर्च होंगे. जबकि यमुना एक्सप्रेसवे के ऊपर से रेल गुजारने के लिए 15 करोड रुपए का फ्लाई-ओवर भी बनाया जाएगा. इस पूरे परियोजना में इलेक्ट्रिक पहुंचने के लिए इलेक्ट्रिक सब स्टेशन की स्थापना के लिए लगभग 20 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे
हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी होगी दिल्ली एनसीआर से
बता दें जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी पूरे दिल्ली एनसीआर से बनाई जा रही है. इससे यहां तक पहुंचने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि इसके लिए रैपिड रेल मेट्रो नेशनल हाईवे एक्सप्रेसवे टैक्सी बस टर्मिनल और रेलवे रूट विकसित किया जा रहे हैं.
जेवर एयरपोर्ट पूरे भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. वहीं, जेवर एयरपोर्ट स्टेशन भी काफी अनूठा देखने को मिलेगा. देश में पहली बार ऐसा रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा.
जो पूरी तरह से भूमिगत रहेगा. ये रेलवे स्टेशन जेवर इंटरनेशनल हवाई अड्डे के पेसेजंर टर्मिनल के नीचे बनाया जाएगा. रेलवे स्टेशन और पैसेंजर टर्मिनल के बीच यात्री एलीवेटर लिफ्ट या सीडीओ के जरिए आवागमन कर सकेंगे इससे पूरा परिसर वातानुकूलित होगा.