22 November, 2024 (Friday)

जेईई मेन में हासिल की चौथी रैंक, ऐसी थी पढ़ाई की स्ट्रेटजी

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से पढ़ाई करने का सपना देख रहे युवाओं के लिए जेईई मेन और एडवांस्ड एक एंट्री गेट है. इस गेट को पार करने वाले ही आईआईटी से पढ़ाई करने का सपना पूरा कर पाते हैं. हर साल लाखों उम्मीदवार इस एंट्री गेट को पार करने के लिए जेईई मेन और एडवांस्ड की परीक्षा को देते हैं. लेकिन कुछ ही लोग इसे पार करने में सफल हो पाते हैं. इस परीक्षा को पास करने के लिए लोग जी तोड़ मेहनत करते हैं. साथ ही जीवन में कई उतार-चढ़ाव भी आते हैं लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ लगे रहने से सफलता हाथ लगती है. ऐसी ही कहानी आदित्य कुमार (Aditya Kumar) की है, जो जेईई मेन की परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की हैं.

जेईई मेन में हासिल की चौथी रैंक
जेईई मेन में चौथी रैंक लाने वाले आदित्य कुमार (Aditya Kumar) मूल रूप से बेंगलुरु के रहने वाले हैं, वह जून 2022 में JEE मेन परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा चले गए थे. हालांकि, वे अकेले नहीं थे क्योंकि उनकी माँ ने भी उनके साथ कोचिंग हब के लिए मशहूर शहर में शिफ्ट होने का फैसला किया, जबकि उनके पिता प्रकाश कुमार बेंगलुरु में एग्रीटेक स्टार्टअप के साथ काम करते हैं. उन्होंने नेशनल पब्लिक स्कूल, इंदिरानगर से कक्षा 10वीं की पढ़ाई की और उन्होंने 97.8% अंक हासिल किए. लेकिन आदित्य के पास कोई तय स्टडी स्कीम नहीं थी, उन्हें लगता है कि दिन की शुरुआत जल्दी करना ज़रूरी है. इसलिए वह सुबह मैथ्स का प्रैक्टिस करते थे.

ऐसी है पढ़ाई करने की स्ट्रेटजी
आदित्य (Aditya Kumar) बताते हैं कि मैं सुबह 11 बजे के आसपास किसी थ्योरी विषय पर स्विच कर लेता था और थ्योरी और मैथ्स के बीच बारी-बारी से पढ़ाई करता रहता था. उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि जेईई उम्मीदवारों के लिए कम से कम 1-1.5 घंटे का आराम का समय होना कितना महत्वपूर्ण होता है. उन्होंने कहा कि मुझे लंबी सैर पर जाना, अपनी माँ के साथ समय बिताना, बैडमिंटन खेलना और अपने स्कूल के साथियों के साथ बातचीत करना पसंद है. इससे मुझे सबसे कठिन दिनों में भी आराम करने में मदद मिलती थी.

आईआईटी बॉम्बे से करना चाहते हैं पढ़ाई
उन्होंने आगे कहा कि उनका मुख्य ध्यान जेईई एडवांस पर है और आईआईटी बॉम्बे की कंप्यूटर साइंस ब्रांच से बी.टेक करना चाहते हैं. इसके बाद एस्ट्रोफिजिक्स के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं. उन्होंने जेईई उम्मीदवारों को कभी हार न मानने और अपनी तैयारी पर भरोसा रखने की सलाह दी है. “परीक्षाओं की तैयारी करते समय खुद पर भरोसा रखना बहुत ज़रूरी है। अच्छे और बुरे टेस्ट स्कोर आदित्य के साथ-साथ उतार-चढ़ाव, सभी प्रक्रिया का हिस्सा हैं. दुनिया जेईई मेन या जेईई एडवांस के साथ खत्म नहीं होती है. वह अब जेईई एडवांस्ड 2024 की तैयारी में लगे हैं ताकि आईआईटी बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करने की ख्वाहिश पूरी हो जाए.

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