कोरोना संक्रमण को देखते हुए नहीं हुआ रावण दहन व मेले का आयोजन
सिद्धार्थनगर । उसका बाजार के महुलानी में चल रहे रामलीला में रावण वध के बाद भगवान राम को राजतिलक के साथ समापन हुआ। कोरोना संक्रमण के कारण इस साल मेले का आयोजन और रावण पुतला दहन कार्यक्रम नहीं हुआ।
सत्रह अक्टूबर को शुरू हुई रामलीला मंचन में कमेटी पदाधिकारियों के साथ दर्शक भी कोरोना नियमों का पूर्णतया पालन कर रहे थे। मंचन में हर सावधानी बरती जा रही थी। रविवार को मंचन में राम व रावण युद्ध हुआ। रावण वध के बाद राम ,सीता व लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटते हैं। भारत मिलाप देख कर सभी की आंखे भर आती हैं। जहां नगरवासियों ने भावपूर्ण स्वागत किया। इसके बाद मर्यादा पुरुषोत्तम राम का राजतिलक होता है। इसके साथ रामलीला का समापन हुआ। कोरोना के कारण कमेटी ने रावण पुतला दहन का कार्य स्थगित रखा। गांव के उमेश चंद्र मिश्र ने कहा कि गांव में राम लीला का मंचन तीन दशक से भी ज्यादा पुराना है। 1986 में इसकी शुरुआत हुई थी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेले का आयोजन और रावण पुतला दहन नही किया गया। हमेशा की तरह इस बार भी रामलीला का मंचन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। अक्षय तिवारी, सतीश चंद्र पांडेय, राजू मिश्रा, रामचंद्र पांडे, गोपाल शुक्ला, मृतुन्जय पांडेय, विजय पाल यादव , उमाशंकर पांडेय, सूरज पांडेय, आशीष पांडेय, चंद्रप्रकाश पांडेय, सत्यम पांडेय, बंशीधर पांडेय, इंद्र कुमार पांडेय, सुजीत वर्मा, रामकिशोर पांडेय, दिनेश पांडेय, रामपाल सहयोग में जुटे रहे।