उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइलों के जखीरे में क्यों पहुंचे रूस और चीन, क्या किम जोंग बनेंगे यूक्रेन की तबाही का कारण?
अमेरिका के जॉनी दुश्मन उत्तर कोरिया के पास बैलिस्टिक मिसाइलों, परमाणु हथियारों और युद्धक विमानों का भारी जखीरा मौजूद है। यूक्रेन युद्ध के 16 महीने बीत जाने के बाद रूस को और अधिक हथियारों की जरूरत पड़ गई है। इसीलिए वह कभी पाकिस्तान, कभी ईरान तो कभी उत्तर कोरिया की ओर देख रहा है। इन दिनों रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू उत्तर कोरिया पहुंचे हुए हैं। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने उन्हें अपने बैलिस्टक हथियारों का जखीरा दिखाया है। खास बात ये है कि उत्तर कोरिया के हथियारों की प्रदर्शनी में रूस के साथ चीन भी पहुंचा है। ऐसे में क्या ये माना जाए कि यूक्रेन की तबाही की स्क्रिप्ट किम जोंग उन की मौजूदगी में उत्तर कोरिया की ही धरती से लिखी जा रही है?…यह सवाल ऐसा है, जिसका जवाब आने वाला वक्त देगा। मगर इतना तय है कि यूक्रेन अब रूस को हथियारों की बड़ी खेप देने वाला है। यह खबर यूक्रेन के लिए कतई शुभ नहीं है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने देश की राजधानी प्योंगयांग में सैन्य परेड के दौरान रूस और चीन के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मंच साझा किया और परमाणु क्षमता से लैस मिसाइलों एवं शक्तिशाली हथियारों का प्रदर्शन किया। सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि किम ने बृहस्पतिवार शाम को शहर के मुख्य चौक पर स्थित इमारत की बालकनी से रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और चीन की सत्तारूढ़ पार्टी के अधिकारी ली होंगझोंग के साथ परेड देखी। मीडिया के अनुसार, सड़कों पर हजारों लोग जमा थे, जो मुख्य सड़क पर सैनिकों, टैंकों और विशाल अंतरद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने वाले वाहनों को देखकर नारे लगा रहे थे।
निगरानी विमान और ड्रोन की भी हुई प्रदर्शनी
उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि परेड में हाल में विकसित निगरानी विमानों एवं युद्धक ड्रोन को भी प्रदर्शित किया गया। किम और शोइगु ने हाल में एक हथियार प्रदर्शनी में भी हिस्सा लिया था, जिसमें इन विमानों और ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था। केसीएनए ने हालांकि यह नहीं बताया कि किम ने परेड के दौरान कोई संबोधन दिया या नहीं। समाचार एजेंसी ने उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री कांग सुन नाम के भाषण का अंश प्रकाशित किया। कांग ने परेड के दौरान अपने भाषण में इस आयोजन को देश के इतिहास में ऐतिहासिक बताया और ‘‘अमेरिका के प्रतिबंधों के जवाब में अमेरिका एवं उसके सहयोगी देशों के खिलाफ बड़ी जीत’’ करार दिया। उन्होंने कहा कि किम के नेतृत्व में उत्तर कोरिया ‘‘निरंतर समृद्ध’’ हो रहा है। (एपी)