अमेठी के 40 एकड़ जमीन का किराया 623 रुपये कैसे, ये तो जादू है… अब राहुल गांधी पर खूब बरसीं स्मृति ईरानी
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राहुल गांधी के हमले को लेकर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि जिन्हें अमेठी ने ‘मैजिक’ दिखाया, उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह आरोप भी लगाया कि ‘परिवार’ ने अमेठी में कई ऐसी जमीनों को अपने कब्जे में ले लिया, जिन्हें फाउंडेशन या फैक्टरी के लिए आवंटित किया गया था। उनका इशारा गांधी परिवार की तरफ था।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘आज एक सज्जन जिन्हें अमेठी ने ‘मैजिक’ दिखाया और 4 विधानसभा सीट पर जिनकी जमानत जब्त हुई, उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया।’’ उनका इशारा 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी लोकसभा सीट पर राहुल गांधी की हार और अपनी जीत की ओर था। उन्होंने महिला स्वयंसेवी समूहों के लिए आवंटन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘2009 से 2014 के बीच स्वयंसेवी समूहों को करीब 80 हजार करोड़ रुपये की राशि दी गई। 2014-2022 तक यह राशि बढ़ाकर 4.93 लाख करोड़ रुपये की गई।’’
उन्होंने ने कहा, ”1981 में एक फाउंडेशन ने अमेठी में 40 एकड़ की जमीन ली। वहां पर कहा गया कि हम अमेठी की जनता के लिए मेडिकल कॉलेज बना देंगे। 623 रुपये किराया दिया गया। उस जमीन पर परिवार ने अपने लिए गेस्टहाउस बनवा लिया। अमेठी के 40 एकड़ जमीन का किराया 623 रुपये कैसे, ये तो जादू है।” उन्होंने दावा किया कि अमेठी में ‘परिवार’ के अस्पताल ने एक व्यक्ति का इलाज नहीं किया और वापस लौटा दिया, क्योंकि उसके पास आयुष्मान भारत का कार्ड था। बाद में उस व्यक्ति की मौत हो गई।
‘कांग्रेस सरकार में हज के लिए आवेदन के वास्ते देना पड़ता था पैसा’
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘अमेठी में एक फैक्टरी के लिए जमीन ली गई। अचानक यह जमीन फाउंडेशन को दी गई। बाद में परिवार ने जमीन खाली नहीं की। किसान अदालत जाता है और जमीन खाली करने का आदेश लाता है। आज भी वो जमीन पर बैठे हुए हैं। आज ये गरीब की बात करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हज की नई नीति कल आई है। जब इनकी (कांग्रेस) सरकार थी, तब हज के लिए आवेदन के वास्ते पैसा देना पड़ता था। अब किसी को आवेदन का पैसा नहीं देना पड़ेगा, यह मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया।’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीति के कारण हज पर प्रतिव्यक्ति 50 हजार रुपये की बचत हो रही है।