गुरुग्राम में एक दंपति के चंगुल से छुड़ाई 14 साल की लड़की, डस्टबिन में फेंका गया बचा-खुचा भोजन खाती थी
गुरुग्राम: पुलिस और ‘वन स्टॉप सेंटर’ सखी के संयुक्त दल ने एक दंपति द्वारा अपनी साढ़े तीन साल की बच्ची की देखभाल के लिए रखी गई 14 साल की लड़की को छुड़ाया है। अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम में प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले न्यू कॉलोनी का दंपती महीनों से लड़की को प्रताड़ित कर रहा था और उसका यौन उत्पीड़न कर रहा था। उन्होंने बताया कि लड़की के हाथों, पैर और मुंह पर कई चोटें पाई गई हैं।
रांची की रहने वाली है पीड़िता
सखी सेंटर की प्रभारी पिंकी मलिक द्वारा दर्ज कराई शिकायत के अनुसार, रांची (झारखंड) की रहने वाली पीड़िता को एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए काम पर रखा गया था। मलिक ने आरोप लगाया कि दंपती नाबालिग लड़की से काम कराता था और उसकी बेरहमी से पिटायी करता था, साथ ही उसे पूरी रात सोने नहीं देता था, वे उसे भोजन भी नहीं देते थे और वह कचरे के डिब्बे में फेंका गया बचा-खुचा भोजन खाती थी। पीड़ित लड़की को गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
न्यू कॉलोनी पुलिस थाने के SHO दिनकर ने कहा, ‘‘हम तथ्यों की जांच कर रहे हैं और दंपती को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।’’