पीएम मोदी ने कहा- आतंकवाद, अलगाववाद के खिलाफ भारत-उजबेकिस्तान का नजरिया एक समान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और उजबेकिस्तान की साझेदारी को दोहराते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की प्रतिबद्धता दोहरायी। प्रधानमंत्री ने साथ ही साफ कहा कि अफगानिस्तान में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए बीते दो दशक में हुई प्रगति को बचाए रखना जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि अफगान शांति प्रक्रिया का नेतृत्व और नियंत्रण खुद अफगानिस्तान करे।
पीएम मोदी ने कहा- आतंकवाद, अलगाववाद के खिलाफ भारत और उजबेकिस्तान की चिंताए एक जैसी
कोरोना काल में भी वैश्विक कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की सक्रियता जारी रखने के क्रम में पीएम मोदी ने शुक्रवार को उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जीयोएव के साथ वर्चुअल शिखर बैठक की। इस बैठक में पीएम ने कहा कि आतंकवाद, कट्टरपंथ और अलगाववाद के खिलाफ भारत और उजबेकिस्तान की चिंताए एक जैसी हैं। इतना ही दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से साथ खड़े हैं। क्षेत्रीय सुरक्षा के मामलों में भी भारत-उजबेकिस्तान का नजरिया एक समान है।
वर्चुअल शिखर बैठक में मोदी ने कहा- अफगान में बीते दो दशक की प्रगति को बचाए रखना जरूरी
इस शिखर बैठक में दोनों शीर्ष नेताओं ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात और क्षेत्रीय सुरक्षा के विषयों पर गहन मंत्रणा की। विशेषकर अफगान शांति प्रक्रिया के बीच वहां की सुरक्षा चुनौतियों से जुड़े मसलों पर बात हुई। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और उजबेकिस्तान दोनों इस बात से सहमत हैं कि अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए जरूरी है कि अफगान शांत प्रक्रिया का नेतृत्व और नियंत्रण खुद अफगानिस्तान करे। ऐसा करना इसीलिए भी जरूरी है कि बीते दो दशक में अफगानिस्तान में जो उपलब्धि और प्रगति हुई है उसे बरकरार रखा जा सके।
पीएम मोदी ने कहा- अफगान शांति प्रकिया का नेतृत्व व नियंत्रण खुद अफगानिस्तान करे
अफगान शांति प्रक्रिया कूटनीतिक रणनीति के लिहाज से भारत के लिए बेहद मायने रखती है। केवल इसलिए ही नहीं कि भारत और अफगानिस्तान के बीच प्रगाढ़ मैत्री पूर्ण रिश्ते हैं बल्कि बीते दो दशक में अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में भारत की बड़ी भूमिका रही है। मोदी की अफगान शांति प्रक्रिया को लेकर की गई यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है कि अफगानिस्तान के शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर हुई अपनी चर्चाओं के परिप्रेक्ष्य में पीएम ने यह बात कही है।
अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में अमेरिका के बाद भारत सबसे बड़ा भागीदार
अफगान शांति प्रक्रिया के शीर्ष वार्ताकार अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने अभी कुछ समय पहले ही दिल्ली आकर पीएम मोदी से इस मुद्दे पर गहन चर्चा की थी। अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में अमेरिका के बाद भारत सबसे बड़ा भागीदार है।
पीएम मोदी ने उजबेक राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर बेबाक चर्चा की
शिखर बैठक के दौरान पीएम मोदी ने उजबेक राष्ट्रपति के साथ दोनों देशों के द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर भी बेबाक चर्चा की। मोदी ने कहा कि भारत उजबेकिस्तान से विकास की साझेदारी को और गति देना चाहता है। पीएम ने इस बात पर खुशी भी जताई कि भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए कर्ज (क्रेडिट लाइन) के तहत उजबेकिस्तान में कई परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मोदी ने कहा- सुरक्षा के क्षेत्र में हमारी साझेदारी द्विपक्षीय संबंधों का मजबूत स्तंभ
दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा, व्यापार व निवेश, शिक्षा, विज्ञान व तकनीक और कृषि क्षेत्र में सहयोग की भी पीएम ने चर्चा की। मोदी ने कहा कि सुरक्षा के क्षेत्र में हमारी साझेदारी दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों का मजबूत स्तंभ बन गई है। भारत और उजबेकिस्तान की सेनाओं के बीच पिछले वर्ष पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास भी हुआ।
पीएम ने कहा- भारत अैार उजबेक कृषि व्यापार बढ़ाकर फायदा दोनों देशों के किसानों को होगा
पीएम ने दोनों देशों के बीच आणविक उर्जा और उपग्रह टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बढ़ रहे सहयोग की भी चर्चा की। साथ ही कहा कि बुनियादी ढांचे, आइटी, स्वास्थ्य, शिक्षा और क्षमता निर्माण व ट्रेनिंग के क्षेत्र में उजबेकिस्तान भारत की विशेषज्ञता का लाभ ले सकता है। कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए संयुक्त कार्य समूह को सकारात्मक कदम बताते हुए पीएम ने कहा कि कि दोनों देश आपसी कृषि व्यापार बढ़ाने का अवसर बढ़ा सकते हैं जिसका फायदा दोनों देशों के किसानों को भी होगा।