02 November, 2024 (Saturday)

पाकिस्‍तान में वोट की कोई कीमत नहीं, सरकार अपने चहेते जजों से करवाती है मनपंसद फैसले- नवाज

पाकिस्‍तान की सियासत कई दिनों से लगातार गरमाती जा रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हो रहा है तो सरकार भी विपक्ष को नाकाम करने का कोई हथकंडा छोड़ने को तैयार नहीं है। अब विपक्ष को एक नया मुद्दा मिल गया है। ये मुद्दा पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आसमा जहांगीर फाउंडेशन की कांफ्रेंस में वर्चुअल बोलने के दौरान आयोजन स्‍थल का इंटरनेट ठप करने का है। बाद में नवाज ने फोन के जरिए कांफ्रेंस को संबोधित किया। आयोजक और खुद नवाज भी इसको लेकर सरकार को घेर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि आयोजकों ने इस कांफ्रेंस में एक भगोड़े और कोर्ट से सजा पाए अपराधी को बुलाकर गलत काम किया है। पाकिस्‍तान के आंतरिक मंत्री का तो यहां तक कहना है कि उन्‍होंने इस कांफ्रेंस में आने से इस वजह से ही मना कर दिया था क्‍योंकि इसमें नवाज शरीफ को बोलने का मौका दिया गया। बता दें कि नवाज शरीफ दो वर्ष से लंदन में हैं।

इस कांफ्रेंस के दौरान नवाज शरीफ ने भी इमरान खान की सरकार को जमकर लताड़ लगाई और कई आरोप लगाए। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान बेहद मुश्किल दौर में है। देश की जनता बेहद मायूस है और इसका जवाब लेने का उसको पूरा हक है। जब तक जवाब नहीं मिलता है तब तक हालात नहीं सुधरेंगे। उन्‍होंने कहा कि यदि सवाल करने वालों की जुबान ही खामोश कर दी जाएगी तो देश का हाल नहीं सुधरेगा। उन्‍होंने कहा कि इस कांफ्रेंस के दौरान भी इंटरनेट की सेवा को बाधित करना ऐसा ही एक कदम है। सरकार आवाज उठाने वालों मरवा देती है, नौकरियों से निकाल दिया जाए। सरकार ने ऐसे लोग बिठाए हुए हैं जिनका काम ही लोगों की आवाज को दबाना है।

उन्‍होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वो अपने चहीतों से कोर्ट में मनपसंद फैसले किए जाते हैं। इस देश में इस सरकार में वोट की कोई अहमियत नहीं रही है। पार्लिमामेंट वर्तमान में मजाक बन गई है। जज को भी सही काम करने से रोका जाता है। जो सरकार के खिलाफ उठकर सही काम करने की कोशिश करते हैं उनको सजा के तौर पर नौकरियों से निकाला जाता है। कुछ जज तो केवल सरकार के मनपसंद काम करने के लिए ही वहां पर बैठाए गए हैं। इस पर इन लोगों को सोचने की जरूरत है। सरकार कहती है कि दुनिया हम पर हंसती है।

पूर्व पीएम ने कहा कि हमें कहीं न कहीं से तो शुरुआत करनी ही होगी। हम गूंगे बहरे बने हुए तो नहीं रह सकते हैं। उन्‍होंने इमरान खान का नाम लिए बिना उन पर कई तरह के संगीन आरोप भी लगाए। नवाज ने कहा कि पाकिस्‍तान का ये दर्द भरा माहौल खत्‍म होना चाहिए। संविधान के दायरे में रहते हुए अपने हक के लिए लड़ना ही होगा। इसके लिए हम सभी को खड़ा होना होगा।

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