इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सोमवार को कहा कि कश्मीर पर प्रधानमंत्री इमरान खान का बदला बयान यू-टर्न नहीं है। खान बदलते हालात को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।

इमरान खान ने पिछले महीने कहा था कि कश्मीर में पहले जैसी स्थिति बहाल होने तक भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाना कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात होगा। वहीं, इस महीने के शुरू में एक विदेशी समाचार न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत में इमरान खान ने कहा कि अगर भारत कश्मीर को उसका पहले वाला दर्जा बहाल करने का खाका पेश करता है तो पाकिस्तान उसके साथ बातचीत शुरू करने के लिए तैयार है।

इमरान खान के बयान का बचाव करते हुए अल्वी ने डान न्यूज टीवी के से कहा कि प्रधानमंत्री एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अफगानिस्तान और नए अंतरराष्ट्रीय गठबंधनों को देखते हुए हालात को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।

तात्कालिक तौर पर पाकिस्तान यही चाहता है कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाए। बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त 2019 को राज्यसभा में एक ऐतिहासिक जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम २०१९ पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य से संविधान का अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य का विभाजन जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के दो केंद्र शासित क्षेत्रों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया। गौरतलब है कि भारत शुरू से ही कहता रहा है कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न अंग है और अपनी समस्याओं को सुलझाने में सक्षम है। वहीं, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने हाल ही में बताया कि पांच अगस्त, 2019 के बाद से जम्मू कश्मीर में हालात तेजी से बदले हैं। केंद्र ने यहां विकास और शांति बहाली को प्राथमिकता दी है। बीते दो सालों के दौरान हमने आतंकवाद और घुसपैठ पर अंकुश लगाया है।