पिछले 24 घंटे में 8,309 नए केस और 236 मौतें दर्ज, सक्रिय मामलों में लगातार कमी जारी
भारत समेत दुनिया भर में कोरोना के एक नए स्ट्रेन ने सबकी चिंता बढ़ा रखी है। हालांकि, भारत में पिछले काफी दिनों से कोरोना की स्थिति स्थिर नजर आ रही है। सक्रिय केसों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। वहीं, नए केस भी 10 हजार से नीचे बने हुए हैं, लेकिन देखा गया लापरवाही के कारण संक्रमण एक दिन में लाखों केस तक पहुंच गया था, तो ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। सोमवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 8,309 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 45 लाख 80 हजार 832 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर 1,03,859 हो गए, जो पिछले 544 दिनों में सबसे कम हैं।
सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 236 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,68,790 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 1,832 की कमी आई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.34 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है। सक्रिय मामले घटकर 1,07,019 हो गए हैं, जिसमें कुल संक्रमण का 0.30 प्रतिशत शामिल है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है।
नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 52 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 155 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। दैनिक सकारात्मकता दर 1.09 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले 56 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.85 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 15 दिनों से यह 1 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख 08 हजार 183 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 9,905 लोग डिस्चार्ज हुए।
राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 122.41 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था।