भारत में 559 दिनों में सबसे कम 93,277 हुए सक्रिय केस, नए मामलों में भी आई कमी
भारत में पिछले 24 घंटे में सामने आए नए कोरोना वायरस के मामलों में कमी दर्ज की गई है। साथ ही सक्रिय मामलों में कमी नजर आई है। एक तरफ जहां कोरोना के मामले पिछले काफी समय से 10 हजार से नीचे नजर आ रहे हैं। तो दूसरी तरफ नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले मिलने के बाद एक बार फिर से लोगों में गंभीरता देखी जा सकती है। अभी कुछ राज्यों में ही इस नए वेरिएंट के मामले रिपोर्ट हुए हैं, लेकिन इसको लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। शनिवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 7,992 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 46 लाख 82 हजार 736 हो गई है, जबकि एक्टिव केस घटकर 93,277 हो गए। बताया गया कि पिछले 559 दिनों में सक्रिय केस सबसे कम है।
सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 393 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,75,128 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 1,666 मामलों की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.36 प्रतिशत दर्ज की गई है।
पिछले 44 दिनों से नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 15,000 से नीचे दर्ज की गई है। दैनिक सकारात्मकता दर 0.64 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पिछले 68 दिनों से यह दो फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर भी 0.71 प्रतिशत दर्ज की गई। मंत्रालय के मुताबिक पिछले 27 दिनों से यह एक फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 41 लाख 14 हजार 331 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 9,265 लोग डिस्चार्ज हुए।
राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 131.99 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था।