गृह मंत्रालय की स्थायी समिति ने महिला जेलों की दशा पर जताई चिंता
संसद के कई सदस्यों ने देश भर की विभिन्न जेलों में बंद महिला कैदियों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। एक बैठक में मौजूद सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भाजपा के एक सांसद ने गृह मंत्रालय की स्थायी समिति के संज्ञान में यह बात लाई कि देश की कुल 1,500 जेलों में से केवल 31 जेल महिलाओं के लिए हैं और सभी 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित हैं।
सूत्रों के अनुसार समिति के ध्यान में लाया गया कि करीब 3,600 महिला कैदियों के साथ इन महिला जेलों की 58 प्रतिशत क्षमता पहले से ही भरी हुई है। देश की कुल 19,000 महिला कैदियों में से 16,000 से अधिक महिलाएं ऐसी जेलों में कैद हैं जहां पुरुष कैदी भी बंद हैं।
सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय के अधिकारी केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ समिति के समक्ष मौजूद रहे। समिति के सदस्य इस तरह की भीड़भाड़ वाली जेलों में महिला कैदियों की सुरक्षा और विशेष रूप से मासिक धर्म की स्वच्छता के बारे में चिंतित हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा ने गृह समिति की अध्यक्षता की।