पंजाब के पूर्व शिक्षा मंत्री तोता सिंह का निधन, सुखबीर और धामी ने जताया शोक
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब के पूर्व मंत्री जत्थेदार तोता सिंह का शनिवार सुबह निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। श्री सिंह के निधन पर शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिह धामी सहित कई नेताओं ने गहरा शोक जताया है।
एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी ने शिरोमणी समिति के वरिष्ठ सदस्य, प्रसिद्ध अकाली नेता और पूर्व मंत्री जत्थेदार तोता सिंह के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और उनके निधन को पंथ के लिए कमी करार दिया। एडवोकेट धामी ने कहा कि श्री सिंह पंथ को समर्पित नेता थे, उन्होेंने अंतिम सांस तक पंथ के लिए समर्पित रहे। ऐसे पंथक और टकासली अकाली नेता का संसार से चल जाना एक ब्रह्माण्ड की तरह माना जायेगा, जिस को भरना मुश्किल है। उन्होने कहा कि श्री सिंह ने शिरोमणी समिति के सदस्य के तौर पर ज़िम्मेदारी के साथ सेवा निभाते हुए हमेशा ही अपनी अनमोल सलाह द्वारा सिख संस्था की बेहतरी के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सिख धर्म इतिहास की शताब्दियों के अवसर पर भी प्रशासिनक योजनाएँ बनाने में अग्रणी भूमिका अदा की थी।
शिरोमणी समिति अध्यक्ष ने श्री सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और कौम की नौजवान नेतृत्व को उनके जीवन और पंथक भावना से प्रेरित होने को आग्रह किया।
इसी दौरान शिरोमणी समिति के उच्च अधिकारियों वरिष्ठ उप प्रधान रघूजीत सिंह विर्क, जूनियर उप प्रधान प्रिंसिपल सुरिन्दर सिंह और महासचिव जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली ने भी श्री सिंह के निधन पर दुख प्रकट करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जतायी।
उल्लेखनीय है कि श्री सिंह दो बार मोगा, एक बार धर्मकोट विधानसभा से विधायक भी रहे थे। वह पहली बार 1997 में मोगा विधानसभा सीट से चुनाव जीते और बादल सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री के रूप में कैबिनेट का दर्जा मिला था। श्री सिंह के निधन पर अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है।
निहाल सिंह वाला के अपने पैतृक गांव दीदारेवाला से मोगा आकर चुनाव लड़ने वाले श्री सिंह ने मोगा की जनता से वादा किया था कि अगर उन्होंने जिताया तो वे मोगा को ही अपना घर बना लेंगे। श्री सिंह का ये वादा उस समय मोगा के लोगों के दिलों पर असर कर गया, जब वह यहां से चुनाव जीते तो उन्होंने फिरोजपुर रोड पर अपना नया आशियाना बनाकर अपना वादा निभाया।