24 November, 2024 (Sunday)

FII की बिकवाली से ढहा शेयर बाजार, Sensex में 800 अंक की बड़ी गिरावट

Sensex की तेजी शुक्रवार को कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन उतर गई। बीएसई का मेन इंडेक्‍स 58,021 अंक पर खुला और दोपहर बाद इसमें 800 अंक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इससे Sensex 57,100 अंक पर आ गया। सिर्फ आईटी कंपनी के शेयर हरे निशान पर थे। सबसे ज्‍यादा नुकसान Titan और मारुति में था। जानकारों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली जारी रहने के कारण बाजार इतने बुरे हालात में है। निफ्टी 50 इंडेक्‍स में 227 अंक की गिरावट दर्ज की गई। इससे यह गिरकर 17011 अंक पर आ गया।

इससे पहले गुरुवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 113.11 अंक यानी 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 57,901.14 अंक पर बंद हुआ था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 27 अंक यानी 0.16 प्रतिशत चढ़कर 17,248.40 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को निफ्टी की शुरुआत भी खराब हुई।

हालांकि घरेलू शेयर बाजारों में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर गुरुवार को विराम लग गया था और बीएसई सेंसेक्स 113 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बांड खरीद कार्यक्रम को तेजी से समाप्त करने की घोषणा के बाद भी वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू बाजार बढ़त में रहे। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में तेजी से भी धारणा को मजबूती मिली। हालांकि विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से तेजी पर अंकुश लगा।

सेंसेक्स के शेयरों में 2.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ सर्वाधिक लाभ में बजाज फाइनेंस रही। इसके अलावा, इन्फोसिस, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और नेस्ले इंडिया में भी तेजी रही। दूसरी तरफ, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज ऑटो, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक और एसबीआई में 1.51 प्रतिशत तक की गिरावट रही।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार हल्की तेजी के साथ बंद हुए… विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली जारी रहने और खुदरा गतिविधियों में नरमी से घरेलू बाजार में सुस्ती रही। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने 2022 के मध्य के बजाए शुरुआत तक बांड खरीद कार्यक्रम को तेजी से समाप्त करने के साथ नीतिगत दर में तीन वृद्धि की घोषणा की है। मुद्रास्फीति में वृद्धि के बीच अर्थव्यवस्था में मजबूती और रोजगार के मोर्चे पर सुधार को देखते हुए फेडरल रिजर्व ने यह निर्णय किया।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि उतार-चढ़ाव के बीच बाजार हाल की गिरावट के बाद बढ़त में रहा। फेडरल रिजर्व की घोषणा के साथ अनुमान और आशंका का दौर समाप्त हो गया है। हमारा मानना है कि वैश्विक बाजारों का प्रदर्शन आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण होगा। साथ ही प्राथमिक बाजार में गतिविधियां तेज रहने की उम्मीद है। क्षेत्रों में केवल आईटी शेयर में मजबूती दिख रही है जबकि अन्य में मिला-जुला रुख है। एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया कॉस्पी लाभ में रहे।

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