कांग्रेस ने उदयपुर संकल्प के तहत गठित की तीन समितियां
कांग्रेस पार्टी 2024 के आम चुनाव से पहले पूरे संगठन को सक्रिय करने की कवायत के लिए तीन महत्वपूर्ण समितियों का गठन किया है। पार्टी के उदयपुर नव संकल्प शिविर में लिये गये निर्णयों के तहत ‘टास्क फाक 2024,’ राजनीतिक समिति और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समन्वयन समिति का गठन किया है जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को रखा गया है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन सभी समितियों के गठन को मंजूरी दी है।
उन्होंने बताया कि श्रीमती गांधी राजनीतिक मामलों की समिति की अध्यक्ष होंगी। समिति में श्री राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलामनबी आजाद, श्रीमती अम्बिका सोनी, दिग्विजय सिंह, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल तथा जितेंद्र सिंह शामिल हैं।
पार्टी ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आठ सदस्यीय ‘टास्क फोर्स 2024’ का गठन किया है। इस टास्क् फोर्स में पी चिदम्बरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल, अजय माकन, प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीपसिंह सुरजेवाला और सुनील कानुगोलु साहित आठ सदस्य शामिल हैं। टास्क फोर्स के सदस्यों में से हर एक को बाद में संगठन, संचार एवं मीडिया, लोगों तक पहुंच, वित्तीय एवं चुनाव प्रबंधन जैसे दायित्व सौंपे जाएंगे और फिर इन सभी विषयों की अलग अलग विशेष समितियां बनेंगी। समितियों में बाकी सदस्य किसको बनाना है इस बारे में बाद में अलग से घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स का दायित्व संगठन को मजबूत बनाने के लिए विशेष कदम उठाना है और उदयपुर नव संकल्प ऐलानों के तहत उसे क्रियान्वित करना है। इसके अलावा यह समिति चिंतिन शिविर के लिए गठित छह समितियों की रिपोर्टों को आधार पार्टी को मजबूत बनाने के लिए भी काम करेगी।
उदयपुर सकंल्प के तहत देश के आम आदमी से जुड़ने के लिए पार्टी इस साल दो अक्टूबर से कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरु करेगी। इस यात्रा के समन्वयन के लिए पार्टी ने एक केंद्रीय समिति का गठन किया है
जिसमें वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, डॉ शशि थरूर, रवनीतसिंह बिट्टू, के जे ज्योर्ज, सुरी ज्योति मणि, प्रद्युत बोरडोलोई, जितू पटवारी तथा सलीम अहमद शामिल हैं।
उदयपुर चिंतन शिविर के करीब एक सप्ताह के भीतर इन समितियों के गठन से साफ हो गया है कि पार्टी चिंतन शिविर में लिये गये फैसलों के क्रियान्वन को लेकर तत्परता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने चिंतन शिविर से पहले यूनीवाता से भी कहा था कि पार्टी पंचमढ़ी और शिमिला शिविरों की गलतियां नहीं दोहराएगी और उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्पों को पूरी तरह जमीन पर उतारेगी।
आम चुनाव 2024 से पहले पार्टी को गुजरात, हिमालचल प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से सीधे टक्कर लेनी है। राजस्थान में उसके समक्ष चुनौती अपनी सरकार को दोबारा सत्ता में लाने की होगी जबकि गुजरात और हिमाचल में सत्ता हासिल करने की होगी। ये तीनों राज्य कांग्रेस की इस कवायद की प्रारंभिक परीक्षा भी हो सकती है।