केंद्र ने कोरोना महामारी संबंधी दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक बढ़ाया, इन पांच सूत्रीय रणनीति को बताया जरुरी
देश के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में नजर आ रही है। परंतु, केंद्र सरकार ने स्पष्ट कहा है कि महामारी से निपटने में अभी किसी भी तरह की ढिलाई के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि सक्रिय मामले अभी बहुत अधिक हैं। केंद्र ने कोरोना महामारी संबंधी दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक और बढ़ा दिया है।
भीड़भाड़ वाले सभी स्थानों पर कोरोना से बचाव के नियमों का अनुपालन हो
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रभावी कोरोना प्रबंधन के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीका और कोरोना संबंधी उचित आचरण की पांच सूत्रीय रणनीति पर ध्यान केंद्रित रखने को कहा है।राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में उन्होंने यह भी कहा है कि आने वाले त्योहारों को देखते हुए भीड़भाड़ वाले सभी स्थानों पर कोरोना से बचाव के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करना आवश्यक है।
कोरोना से लड़ाई में ढिलाई की गुंजाइश नहीं, सक्रिय केस ज्यादा
भल्ला ने कहा है कि सक्रिय मामलों में गिरावट के साथ ही आर्थिक और अन्य गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाने लगा है। उन्होंने आगे कहा है, सक्रिय मामलों में गिरावट संतोषजनक है, लेकिन यह ध्यान रखने की जरूरत है कि अभी भी सक्रिय मामले अपेक्षाकृत ज्यादा हैं। इसलिए, केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं है। पाबंदियों में छूट देने का फैसला बहुत ही सोच समझकर लिया जाना चाहिए।
आर फैक्टर में वृद्धि नहीं हो
भल्ला ने 14 जुलाई को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे अपने पत्र का जिक्र करते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आर फैक्टर में वृद्धि नहीं हो। आर फैक्टर वह पैमाना है जिसके जरिये यह देखा जाता है कि एक व्यक्ति कितने लोगों को संक्रमित कर रहा है। उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे स्थानीय प्रशासन को कोरोना प्रबंधन के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश दें।