विस्तार से पहले हर्षवर्धन समेत 9 मंत्रियों की छुट्टी, JDU के खाते में 4 मंत्री पद
कास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को कैबिनेट से हटा दिया गया है। उन्हें लंबे समय से बीमार होने के चलते हटाया गया है। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी से इस्तीफा मांगा गया है। इसके अलावा श्रम मंत्री संतोष गंगवार से भी इस्तीफा लिया गया है। यही नहीं सदानंद गौड़ा का भी पत्ता कट गया है और शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोतरे से भी इस्तीफा ले लिया गया है।
हरियाणा के अंबाला से चौथी बार सांसद रतनलाल कटारिया से भी इस्तीफा ले लिया गया है। राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी का भी इस्तीफा ले लिया गया है। हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन को भी कैबिनेट से हटाया जा सकता है। वहीं मंगलवार को ही सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत को हटाकर उन्हें कर्नाटक के राज्यपाल का जिम्मा दिया गया था। इस तरह से अब तक 9 लोगों की कैबिनेट से छुट्टी कर दी गई है। इस बीच बीजेपी ने बिहार की अपने गठबंधन सहयोगी जेडीयू को भी साध लिया है। जेडीयू के खाते में कैबिनेट मंत्री के एक पद के साथ ही 3 राज्य मंत्री के पद जाएंगे। जेडीयू के नेता आरसीपी सिंह कैबिनेट मिनिस्टर होंगे।
शाम छह बजे मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए मंत्रियों के लिए शपथ ग्रहण समारोह होगा। मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में 19 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद की संख्या 53 से बढ़़कर 72 हो जाएगी। कैबिनेट फेरबदल में कुछ मंत्रियों का कद भी बढ़ाया जा सकता है। इनमें प्रमुख नाम नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी का भी चल रहा है।
इस बीच लोजपा नेता पशुपति कुमार पारस भी पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर पहुंचे हैं। इससे माना जा रहा है कि उन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है। यदि ऐसा होता है तो यह चिराग पासवान के लिए करारा झटका होगा, जो लोजपा में टूट को रोकने के लिए बीजेपी से मदद तक की अपील कर चुके हैं। दरअसल, मोदी कैबिनेट फिलहाल 53 मंत्री शामिल हैं, जबकि उसमें अधिकतम 81 मंत्री रह सकते हैं। इस तरह से देखा जाए तो पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में अभी 28 और मंत्री बनाए जाने की संभावना है।