सीनियर सिटीजन को रेल यात्रा में फिर से मिले रियायत, CM केजरीवाल ने PM मोदी को लिखा पत्र
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीनियर सिटीजन को रेलवे यात्रा में दी जाने वाली रियायत को बहाल करने की मांग की है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश के बुजुर्ग नागरिकों को पिछले कई सालों से रेल यात्रा में 50 फीसदी की छूट मिल रही थी। इसका लाभ देश के करोड़ों बुजुर्गों को मिल रहा था। आपकी सरकार ने इस छूट को समाप्त कर दिया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सीनियर सिटीजन को रेलवे किराये में छूट
दरअसल, कोरोना महामारी से पहले भारतीय रेवले की ओर से सीनियर सिटीजन को रेलवे के किराये में रियायत दी जाती थी। कोविड से पहले तक भारतीय रेलवे 60 साल या इससे अधिक आयु के पुरुषों को किराये में 40 फीसदी की छूट देता था और 58 वर्ष की आयु पूरी कर चुकीं महिलाओं को किराये में 50 फीसदी की छूट देता था। यह रियायत मेल या एक्सप्रेस या राजधानी या शताब्दी या दुरंतो ग्रुप की ट्रेनों के सभी वर्गों के किराये में दी जाती थी। हालांकि, कोरोना के दस्तक के साथ ही 20 मार्च, 2020 को यह सुविधा वापस ले ली गई।
लोकसभा में पूछे गए सवाल पर रेल मंत्री
लोकसभा में रेल मंत्री से सवाल पूछा गया था कि सीनियर सिटीजन को रेल यात्रा करने के लिए जो रेलवे की ओर से टिकट पर जो सब्सिडी दी जा रही थी उसे वापस लेने के बाद रेलवे को कितने रकम की कमाई हुई है। इस सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि 2019-20 में सीनियर सिटीजन को पैसेंजर फेयर में छूट दिए जाने से रेलवे को 1667 करोड़ रुपये राजस्व से हाथ धोना पड़ा था। वहीं, रेल मंत्री ने सीनियर सिटीजन के रेल सफर करने पर रियायती टिकट की सुविधा को फिर से बहाल किए जाने पर सीधे तौर पर अपने जवाब में कुछ भी नहीं कहा।