यूपी बैंकिंग सखी भर्ती 2020 : ट्रेनिंग के बाद पास करनी होगी परीक्षा, हर माह मिलेंगे 4000 रुपये
उत्तर प्रदेश के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं में से 56 हजार को शार्टलिस्ट कर लिया है। जिलों में लीड बैंक द्वारा आयोजित छह दिन के प्रशिक्षण के बाद परीक्षा होगी। इस परीक्षा में न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ पास होने वाली महिलाओं को बैंकिंग सखी बनने का मौका मिलेगा। अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह के मुताबिक प्रशिक्षण और अन्य इंतजामों के बाद मार्च तक बैकिंग सखी काम करने लगेंगी। उन्होंने बताया कि शार्टलिस्टेड महिलाओं के अलावा प्रत्येक गांव के लिए दो महिलाओं को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।
यह भी तैयारी
फेल होने वालों की जगह दूसरे को मौका
बैकिंग सखी के लिए चिन्हित कोई महिला प्रशिक्षण के बाद आयोजित होने वाली परीक्षा न्यूनतम 50 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण नहीं होती है तो उसे मौका नहीं दिया जाएगा। उसकी जगह प्रतीक्षा सूची में पहले नंबर पर रखी गई महिला को प्रशिक्षण प्राप्त करने और परीक्षा उत्तीर्ण करने का मौका दिया जाएगा। यदि वह भी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करती है तो सूची में दूसरे नंबर पर रखी गई महिला को प्रशिक्षण लेने और परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
निफ्ट के डिजाइनरों ने तैयार किया है यूनीफार्म
ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह “मोती सिंह” के मुताबिक बैकिंग सखी के लिए एक यूनीफार्म होगा। यूनीफार्म की डिजाइन निफ्ट के डिजाइनर तैयार कर रहे हैं। बताया जाता है कि निफ्ट ने सलवार सूट और साड़ी के करीब पांच तरह के यूनीफार्म बैकिंग सखी के लिए प्रस्तावित किया है। दस रंगों में ये यूनीफार्म है। सरकार के स्तर से जो यूनीफार्म और रंग तय किया जाएगा वही काम के दौरान सभी बैंकिंग सखी को पहनना होगा।
छह माह तक मिलेंगे 4000 रुपये प्रति माह
बैकिंग सखी को काम करने के लिए जरूरी उपकरण राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा दिया जाएगा। छह महीने तक हर महीने चार हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। सखियों को हार्डवेयर के लिए आसान किस्तों पर 75 हजार रुपये ऋण भी दिया जाएगा।