बाराबंकी में युवती की हत्या का चौकाने वाला राजफाश, सहेली ने सिर पकड़ा और प्रेमी ने रेता था गला
लापता युवती को उसकी सहेली ने अपने घर में प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा था। त्रिकोणीय प्रेम कहानी में हुए इस हत्याकांड का राजफाश करते हुए पुलिस ने मृतका के प्रेमी समेत को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही वारदात में प्रयुक्त उपकरण भी बरामद कर लिए हैं।
एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि मीरगांव की युवती 27 नवंबर को घर से निकली थी। 28 नवंबर को उसका शव गौराचक तालाब के पास बोरे में मिला था। युवती की गला रेतकर हत्या की गई थी। मृतका के पिता ने गांव के अतीक पर पुत्री के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। राजफाश के लिए एएसपी आरएस गौतम के पर्यवेक्षण में पांच टीमें गठित की गई थीं। एसपी ने बताया कि युवती से आरोपित अतीक के करीब चार वर्षों से संबंध थे। डेढ़ वर्ष पहले अतीक के संबंध मृतका की सहेली वंदना से हो गए। करीब छह माह पहले अतीक और युवती के शादी करने की जानकारी होने पर वंदना ने दुष्कर्म का मुकदमा कराने की धमकी दी थी। इस पर दाेनों ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच दी।
ऐसे की थी हत्या
लखनऊ में वेल्डिंग का काम करने वाले अतीक ने युवती को यह कहकर वंदना के घर बुलाया कि हम दोनों वहीं से भागकर शादी कर लेंगे। वंदना ने भी युवती को फोन किया था। नींबू लाने का बहाना कर निकली युवती सीधे वंदना के घर पहुंची। यहां अतीक पहले से मौजूद था। तीनों आपस में बात करने लगे तभी अतीक ने पूर्व नियोजित तरीके से मृतका को पटक दिया। वंदना ने अपनी सहेली का सिर पकड़ा और अतीक ने उसकी गर्दन पर बांके से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को दोनों ने मिलकर धान के पुआल में छिपा दिया। वंदना व अतीक ने खून लगे अपने कपड़े आंगन में मिट्टी के नीचे दबा दिए। वारदात के बाद अतीक वहां से चला गया। वंदना ने खेत से घर लौटने पर अपने पिता गौरीशंकर को पूरी बात बताई। वंदना को डा़ंटने के बाद गौरीशंकर ने शव को प्लास्टिक के बोरे में भरकर साइकिल पर बांधकर कर गौराचक तालाब के पास सड़क किनारे फेंक दिया।
पुलिस टीम को 25 हजार
एसपी ने बताया कि इस राजफाश के लिए रामनगर कोतवाल रामचंद्र सरोज, एसआइ संजीव कुमार, विश्वबंधु, सिपाही सौरभ यादव, रोहित कुमार, ओम प्रकाश, मधु भारती, रुपमलता सिंह, रुचि यादव को पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या ने 25 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर पुरस्कृत करने की घोषणा की है।