महंगाई की मार: मलाणा में 150 रुपये किलो मिल रहे टमाटर और प्याज
2500 की आबादी वाले ऐतिहासिक गांव मलाणा में टमाटर और प्याज 150 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है।
20 दिन पहले आपदा का कहर झेलने वाले मलाणा के बाशिंदों को महंगाई की मार भी झेलनी पड़ रही है। 2500 की आबादी वाले ऐतिहासिक गांव मलाणा में टमाटर और प्याज 150 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। दुकानों में टमाटर और प्याज तीन से चार गुना महंगा बिक रहा है। इतना ही नहीं आलू भी मलाणा में 100 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। अन्य खाने-पीने की वस्तुएं भी तीन से चार गुना महंगी हैं। गौरतलब है कि मलाणा में बाढ़ के बाद सड़क बंद है। मजदूर के माध्यम से प्रशासन मलाणा तक राशन पहुंचा रहा है। सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है।
इसे बहाल होने में अभी समय लगेगा। मलाणा में बादल फटने की घटना से पहले करीब 100 वाहन फंसे हैं। इनमें कुछ टैक्सियां भी हैं। जिनके भी यह वाहन हैं वे अब प्रशासन और सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं। हालांकि मलाणा में दो जल विद्युत परियोजनाएं हैं। ऐसे में परियोजनाओं के चलते सड़क के जल्द बहाल होने की उम्मीद है। बहरहाल जिस तरह से मलाणा में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़े हैं, उससे लोगों की मुश्किलें राशन पहुंचने के बावजूद कम नहीं हुई है। संवाद
गांव तक सामान लाने की 1500 रुपये लग रही मजदूरी
मलाणा तक सामान पहुंचाने में पड़ रही ढुलाई लोगों की जेब ढीली कर रही है। नेपाली मजदूर जरी-मलाणा सड़क में मलाणा-एक डैम से कुछ दूरी से मलाणा तक प्रति बोझा 1500 रुपये ले रहे हैं। ढुलाई का यह खर्च अधिक होने से सामान की कीमतों में इजाफा हो गया है।