लोकसभा चुनाव 2024 में 400 से अधिक सीट पाने के लिए बीजेपी ने विशेष फार्मूले पर काम किया है.
लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम चरण में है. 25 मई को छठे और 1 जून को सातवें चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. 4 जून का साफ हो जाएगा कि किसे गद्दी मिल रही है, कौन सत्ता से दूर हो रहा है. हर दल सत्ता में पहुंचने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंके हुए हैं. हर कोई दावा कर रहा है कि वो जीत रहे हैं, सामने वाला हार रहा है. नेता भले ही कितने दावे करें लेकिन जनता के जहन में सवाल घूम रहा है कि इस बार सत्ता का ताज किस के सिर सजेगा.
लोकसभा चुनाव के 5 चरण पूरे हो चुके हैं. पांच चरणों में 428 सीटों पर चुनाव पूरा हो चुका है. इन 5 चरण में नंबर गेम कौन जीत रहा है, बीजेप मिशन 400 पार के कितनी करीब पहुंची है? क्योंकि हर दल अभी से अपनी-अपनी जीत के दावे ठोक रहा है, लेकिन किसके कैलकुलेशन में दम है और किसके नंबर कम हैं, ये समझने के लिए एक फॉर्मूले पर काम करना होगा.
20 राज्यों के चुनाव सम्पन्न
28 में से 20 राज्यों में लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. आठ केंद्र शासित प्रदेशों में से पांच में मतदान हो चुका है. देश की 428 यानी 79 फीदी सीटों पर वोटिंग पूरी हो चुकी है. अगले दो चरणों में 115 सीटों पर मतदान होना है. अब इन दो चरणों के चुनाव के लिए सियासी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं. जनता का भरोसा जीतने के लिए सीटों के आंकड़ों का दावा कर रही हैं.
जीत वाले चुनावी दावे सिर्फ सत्ता पक्ष के नहीं है. पांच चरण के बाद अब इंडिया गठबंधन के नेता भी आंकड़ों में जीत का हिसाब बता रहे हैं. 4 जून के नतीजों में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं.
अब तक लोकसभा की जिन 428 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है उनमें से 2019 के लोकसभा चुनाव में 238 सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं. बीजेपी वाले गठबंधन- एनडीए की बात करें तो उसे 275 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 44 और यूपीए गठबंधन को 85 सीट मिली थीं. 68 सीटों पर अन्य पार्टियां विजय रही थीं.
115 सीटों पर लड़ाई
लोकसभा चुनाव के अगले दो चरणों की लड़ाई 115 सीटों की है. चुनावी समर में यह दो चरण बेहद अहम हैं क्योंकि इसमें से 65 सीटें बीजेपी जबकि 77 सीटें एनडीए के पास हैं. इनमें से कांग्रेस के खाते में 8, यूपीए के पास 9 और अन्य पार्टियों के पास 29 सीटें हैं.
गृहमंत्री अमित शाह तो 5वें चरण में ही 310 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं. लेकिन ये कैसे संभव होगा. और 400 पार वाले समीकरण से 310 सीटों वाले दावे का मतलब क्या है, यह जानने के लिए हमें समझना होगा कि बीजीपी ने इस बार लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीट पाने का टारगेट रखा है. कुल 543 सीटों में 400 सीट जीतने के लिए जीत का स्ट्राइक रेट 73.66 प्रतिशत का चाहिए.
अगर बीजेपी 73 प्रतिशत प्लस का स्ट्राइक रेट 5 चरण में पकड़ चुकी है, तो इस हिसाब से 5 चरणों की 428 सीटों में 315 सीट सीट जीत लेगी. शायद इसी गणित के दम पर गृहमंत्री अमित शाह ने 5 चरण में 310 सीट पार का दावा किया होगा
400 पार का नारा कोई सपना नहीं, बल्कि ऐसा लगता है कि बीजेपी की सधी हुई कैलकुलेशन की उपज है. वही कैलकुलेशन जिसमें 73 प्रतिशत से अधिक जीत की स्ट्राइक रेट को रखना है.
लोकसभा चुनाव में जिन 428 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है, अगर उन्हीं सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड देखें तो एनडीए 275 सीटों पर विजयी हुआ था जबकि बीजेपी ने 238 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर 73 प्रतिशत स्ट्राइक रेट वाला फॉर्मूला लागू करें तो बीजेपी को बचे हुए 2 चरण में 400 पार के आंकड़े को पाने के लिए 85 सीट की जरूरत है. फिलहाल कुल 115 सीटें वोटिंग के लिए बची हैं. देखना होगा आखिरी 2 चरण में कहानी किस मोड पर पहुंचती है.