सबका साथ…’, अखिलेश यादव यूपी में कर रहे ‘सीक्रेट प्लान’ पर काम
नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अचानक ही सक्रिय हो गए हैं. लोकसभा चुनाव के इससे पहले के 4 चरणों में अखिलेश यादव कुछ खास सक्रिय नहीं दिखे थे. मगर जैसे ही अवध इलाके की सीटों पर चुनाव की बारी आई, वह सक्रिय दिखने लगे. अखिलेश विपक्ष के सभी बड़े नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस करने की योजना बना चुके हैं. आज अखिलेश यादव ने लखनऊ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ प्रेस कांफ्रेस की है. जबकि कल उनका आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ प्रेस कांफ्रेंस का कार्यक्रम है. अरविंद केजरीवाल 17 मई को राहुल गांधी के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. सबसे बड़ा सवाल है कि अखिलेश यादव ने अचानक ताबड़तोड़ प्रेस कांफ्रेंस करने का फैसला क्यों किया है? आखिर इसके पीछे की रणनीति क्या है?
आज लखनऊ में अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे की संयुक्त प्रेस में दावा किया गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में देश में ‘इंडी’ गठबंधन की सरकार बनने वाली है. अगर देश में सत्ता में बदलाव होता है तो ‘इंडी’ गठबंधन की सरकार देश में आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से बढ़ाने की दिशा में काम करेगी. इसके अलावा गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को मिलने वाले मुफ्त राशन की सीमा को बढ़ाकर 10 किलोग्राम महीना करने का काम किया जाएगा. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को कोई खास सफलता मिलने की उम्मीद नहीं है. विपक्षी गठबंधन को 80 में से ज्यादातर सीटों पर जीत मिलेगी.
कांग्रेस का दावा
सबसे बड़ा सवाल यही है कि अखिलेश यादव लगातार विपक्ष के बड़े नेताओं से साथ चुनाव रैलियों के बजाय अब प्रेस कांफ्रेंस पर जोर क्यों दे रहे हैं? बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विपक्ष के भारतीय गुट का प्रधानमंत्री पद का चेहरा होने का संकेत दिया. उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा क्षेत्र में गांधी के लिए वोट मांगते हुए बघेल ने कहा कि वहां के लोग अब देश के प्रधानमंत्री का चुनाव करने जा रहे हैं. उन्होंने रायबरेली के बथुवा खास गांव में एक सार्वजनिक सभा में कहा कि ‘इंदिरा गांधी के बाद अब, लोगों के पास इस निर्वाचन क्षेत्र से एक पीएम चुनने का मौका है. लोग इसके गवाह बनेंगे और इसमें योगदान देंगे.’
अखिलेश की चुप्पी
वहीं कांग्रेस नेता के इस बड़े दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि यह बयान ‘इंडिया’ ब्लॉक की ‘रणनीति’ का हिस्सा था. यादव ने कहा कि इस बारे में मैं कुछ भी खुलासा नहीं करूंगा. यह हमारी रणनीति का हिस्सा है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ‘इंडिया’ ब्लॉक गठबंधन के तहत मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस नेता वायनाड में अपनी वर्तमान सीट के अलावा रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जहां कांग्रेस के नेता सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं.