बाराबंकी के किसान कर रहे हैं स्प्रिंकलर विधि से सिंचाई
बाराबंकी (Barabanki) के किसान नई-नई तकनीक का सहारा लेकर हाईटेक खेती करने लगे हैं. इससे उन्हें ज्यादा पैदावार होने के साथ अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. यही वजह है किसान स्प्रिंकुलर विधि (Sprinkler Irrigation) अपने खेतों में लगाकर फसलों की सिंचाई करते हैं, जिससे फसलों में रोग और पानी कम लगता है. साथ ही फसलों की अच्छी पैदावार होने के साथ आय भी बढ़ रही है.
स्प्रिंकुलर विधि से की जा रही है खेती
उद्यान विभाग ने किसानों को स्प्रिंकलर विधि का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है. इसके लिए किसानों को 90% की सब्सिडी सरकार के द्वारा दी जाती है और ज्यादातर किसानों ने इसका लाभ उठाया है. इस विधि से किसानों को मेंथा जैसी खेती में रोज पानी की सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं होती है. एक बार दो दिन तीन घंटे सिंचाई करने के बाद कई दिनों तक पानी की सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती. जिस वजह से किसानों के पैसों की काफी बचत होती है.
जिला उद्यान अधिकारी ने कही ये बात
वहीं, जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया बाराबंकी जिले में मेंथा की खेती लगभग 1 लाख हेक्टेयर में होती है. जिसमें पानी की खपत बहुत ज्यादा होती है. इसके लिए उद्यान विभाग में संचालित योजना के तहत यहां के कुछ किसानों ने स्प्रिंकलर उपयोग करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया और 90% अनुदान के साथ इस मेंथा की खेती में स्प्रिंकलर का प्रयोग किया. इससे सबसे बड़ी बचत जो है वो ये की नियमित सिंचाई हो जाती है. मेंथा में लगातार पानी नहीं भरना पड़ता. साथ ही हमेशा नमी भी बनी रहती है.