अक्षय तृतीया के दिन कुछ वस्तुएं जिन्हें खरीदने से बचना चाहिए
सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व बताया गया है. इस वर्ष अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जा रही है. इस पर्व को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. ये दिन मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ होता है. कहते है इस दिन किए गए कार्य अनंत फल देने वाले होते हैं अर्थात अक्षय का अर्थ भी अनंत फल देने वाला होता है. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के नाम से मनाया जाता है. इस दिन को भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. इस खास दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है, जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. अक्षय तृतीया के दिन कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं, जिन्हें खरीदने से बचना चाहिए नहीं तो आपका सौभाग्य दुर्भाग्य में बदल सकता है. इस बारे में अधिक जानकारी दे रहे हैं दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलेक पाण्ड्या.
अक्षय तृतीया पर इन 5 वस्तुओं को न खरीदें
- अक्षय तृतीया के दिन एल्युमिनियम के बर्तन नहीं खरीदें
अक्षय तृतीया के दिन एल्युमिनियम के बर्तन खरीदना उचित नहीं माना गया है. कहते हैं इसे खरीदने से धन हानि होती है और व्यक्ति के भाग्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है. - 2. काले रंग के कपड़ों की न करें खरीदारी
अक्षय तृतीया के दिन अगर कपड़े लेने का सोच रहे हैं तो इस बात का ख्याल रखें कि आपको काले रंग के कपड़े खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा पैदा कर सकते हैं और अक्षय तृतीया को बेहद फलदाई माना गया है और अनंत फल देने वाला होता है. ऐसे में काले रंग के वस्त्रों को भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए - 3. अक्षय तृतीया के दिन कालें रंग की वस्तु से बनाएं दूरी
अक्षय तृतीया के दिन किसी प्रकार की ऐसी वस्तु को न खरीदें जो काली हो क्योंकि ये आपको अशुभ परिणाम दे सकती हैं. इससे ग्रह दोष भी लगता है.4. अक्षय तृतीया के दिन नुकीली चीजें न लें
अक्षय तृतीया के दिन आपको ऐसी चीजें नहीं खरीदनी चाहिए. जो नकारात्मक प्रभाव रखती हों जैसे कि नुकीली वस्तुएं- चाकू, सुई, कैंची इन चीजों को नहीं खरीदना चाहिए. ये नकारात्मकता का सूचक होती हैं. ऐसे में जातक के जीवन में कठिनाइयां उत्पन्न होने लगती हैं. - 5. अक्षय तृतीया पर प्लास्टिक की चीजें न खरीदें
अक्षय तृतीया की तिथि पर आपको प्लास्टिक की कोई भी वस्तु नहीं खरीदना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में तंगी आती है, घर में सुख-समृद्धि घटने लगती है और दरिद्रता का वास हो जाता