श्रम विभाग की ये योजनाएं हैं बेहद फायदेमंद, आप भी उठा सकते हैं लाभ
श्रमिकों के कल्याण (Labour Welfare) के लिए सरकार समय-समय पर योजनाएं शुरू करती है. योजनाओं की मदद से श्रमिकों को आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा मिल रही है. उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मचारी कल्याण बोर्ड पंजीकृत श्रमिकों के कल्याण के लिए 14 योजनाएं (Labour Welfare Schemes) चल रही हैं. इसके पीछे का मकसद श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाना है. इन योजनाओं की लिस्ट में मातृत्व शिशु एवं बालिका हित लाभ योजना भी शामिल है. इसमें दो प्रसव पर लड़का होने पर 20000 रुपए और लड़की होने पर 25000 रुपए प्रति शिशु प्रदान किया जाता है.
श्रमिकों के कल्याण के लिए चल रही हैं योजनाएं
वहीं, महिला श्रमिक के पंजीकृत होने पर संस्थागत प्रसव की दशा में निर्धारित न्यूनतम वेतन की दर से 3 महीने के वेतन के बराबर धनराशि में रुपए 1000 चिकित्सा बोनस के रूप में मिलता है. इसके अलावा कन्या विवाह सहायता योजना के तहत भी 55000 रुपये दिए जाते हैं. विवाह में 61000 का अनुदान, दूसरी पुत्री के विवाह तक दिया जाता है. सामूहिक विवाह की स्थिति में 65000 का अनुदान सरकार देती है.
मेधावियों का भी हो रहा सम्मान
श्रम विभाग की ओर से मेधावी छात्र पुरस्कार योजना भी चलाई जाती है. कक्षा 5 से लेकर उच्च शिक्षा के लिए 4000 से 22000 तक की सहायता मिलती है. यहां कौशल विकास तकनीकी यूनियन एवं प्रमाणन योजना में श्रमिक व उनके पुत्र या पुत्री की सहायता की जाती है
कौन कर सकता है अप्लाई?
ऐसे सभी निर्माण श्रमिक, जो 18 से 60 वर्ष आयु के हो, श्रमिक द्वारा पंजीकरण के समय पिछले 12 महीने में 90 दिन निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य किया गया हो. पंजीकरण फार्म के साथ दो फोटो आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जैसे डॉक्यूमेंट्स चाहिए होंगे. आप जन सेवा केंद्र पर संपर्क कर आवेदन कर सकते हैं.