25 November, 2024 (Monday)

“72 हूरों का नैरेटिव दमदार नहीं रह गया, कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद की तरफ मोड़ने में पाक हुआ फेल

अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने वाली है। इसके मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने कहा कि अमरनाथ यात्रा को लेकर हर तरीके से और हर तरफ से सुरक्षा की तैयारी की की गई है और हमारी तैयारी भी बिल्कुल ठीक चल रही है। उन्होंने कहा कि जॉइंट मीटिंग की गई है, जिसके लिए सभी सुरक्षा बलों और एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मीटिंग हुई। चुनौतियां हैं, लेकिन उनसे निपटने के लिए हम पूरी तरह से सक्षम हैं।

“हमारा पूरा सुरक्षा कवच बहतु मजबूत है”

लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने कहा, “पाकिस्तान के अंदरूनी हालत खराब है, लेकिन उसके बावजूद वो घुसपैठ की कोशिश कर रहा है और घुसपैठ के खिलाफ हमारी तैयारी है। हमारा पूरा सुरक्षा कवच बहुत जबरदस्त और मजबूत है। उनका किसी भी तरह से अंदर आना और घुसपैठ करना लगभग नामुमकिन है। एंटी इनफिल्ट्रेशन ग्रिड और मजबूत हो गया है।”

“पाक घुसपैठ ज्यादा से ज्यादा करवाना चाहता है”

उन्होंने कहा, “आतंकियों के आंकड़ों की बात में नहीं करूंगा, लेकिन इस वक्त पाकिस्तान में टेररिस्ट कैंप और लॉन्च पैड में आतंकियों की भरमार है, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं। ये लोग चाहते हैं कि घुसपैठ करवाए, लेकिन हम इसे सफल नहीं होने देंगे। पाकिस्तान घुसपैठ ज्यादा से ज्यादा करवाना चाहता है। इस मौसम में घुसपैठ करवा कर कश्मीर में शांति खत्म करने की कोशिश है। हमने आतंकियों के प्रयास को विफल किया कर दिया है। कश्मीर में जो आतंकी हैं, उनको भी बार-बार पूरी तरह से घेरे में लेने की हमारी तैयारी है और बेकसूर लड़कों को गुमराह होने से हम बचा रहे हैं, जिनको आतंकी अपने जाल में ब्लैकमेल करके फंसा रहे हैं।”

“कश्मीरी युवाओं को लगातार गुमराह करने की कोशिश”

लेफ्टिनेंट जनरल ने कह, “पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर के युवाओं को गुमराह करने की कोशिश लगातार जारी है, लेकिन हम यह आश्वासन देना चाहते हैं कि आज का नौजवान पाकिस्तान के बहकावे में नहीं आएगा और गुमराह नहीं होगा। कश्मीर का नौजवान अब ये समझ चुका है कि पाकिस्तान अपने फायदे के लिए उनको गुमराह करता है। उनका कश्मीर से कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान और न ही ओवर ग्राउंड वर्कर्स किसी भी तरह से इनकी मदद करेंगे। यहां के युवाओं को पता है इसलिए वो अब आतंकवादियों के संगठन में शामिल होने को तैयार नहीं है। हम युवाओं की मदद कर रहे हैं और उनकी बेहतरी के लिए उनको पूरी तरह से मदद कर रहे हैं।”

“ड्रग्स-नार्कोटिक्स में फंसे बच्चे को मुख्यधारा से जोड़ रहे”

उन्होंने कहा, “आतंकी जो पहले पहले कश्मीरी युवाओं की भर्ती आतंकवादी संगठन में करते थे उसमें काफी गिरावट आई है। अब युवा उनके साथ नहीं जाना चाहता। पाकिस्तान एक्सपोज हो गया है। जहां तक नशे की बात है तो यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन अब सभी एजेंसियां और UT एडमिनिस्ट्रेशन एक साथ काम कर रहा है, ताकि युवाओं को नशे के चंगुल से छुड़ाया जा सके। जो बच्चे ड्रग्स और नार्कोटिक्स में फंस चुके थे, उनको हम वापस मुख्यधारा से जोड़ रहे हैं और कईयों को जोड़ चुके हैं। साथ में उनको मेडिकल सपोर्ट सिस्टम भी दे रहे हैं। पिछले छह महीने में हमें कई बड़ी कामयाबी इस पर मिली हैं। टेरर फंडिंग हो या फिर आतंकवाद के खिलाफ हो, सारी एजेंसियां एक साथ काम कर रही हैं।”

“ड्रोन के जरिए अतंकवाद फैलाने की कोशिश की है”

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान का मेन एजेंडा भारत में आतंकवाद फैलाना है, चाहे वो स्मगलिंग के जरिये हो या आतंकवाद के जरिए, वो अलग-अलग तरीकों को अपनाता है और उसी के मद्देनजर उसने ड्रोन के जरिए अतंकवाद फैलाने की कोशिश की है। यहां पर डेमोग्राफी की वजह से पाकिस्तान को काफी परेशानी होती है, इसलिए जम्मू की तरफ से वो ज्यादा ड्रोन और घुसपैठ की कोशिश कर रहा है, लेकिन हमने एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया है, ताकि हम पाकिस्तान की हरकत को पूरी तरह से नाकामयाब कर सकें। हम उसके ड्रोन को केवल पकड़ ही नहीं पा रहे हैं, बल्कि हम उसे डिस्ट्रॉय कर देते हैं, इसके लिए हमारे पास सारे उपकरण मौजूद हैं।

“पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकामयाब हो रही हैं”

उन्होंने आगे कहा, “72 हूरों का नैरेटिव दुश्मन की तरफ से इतना दमदार अब नहीं रह गया है, क्योंकि यहां पर युवाओं को पाकिस्तान की असलियत पता लग गई है और लोगों को पता लग गया है इनको बहकाया गया है और पाकिस्तान उनको गलत रास्तों पर ले गया। यहां के लोगों को पता लग गया है कि इसके जरिए पाकिस्तान ने फायदा उठाया और इनको फंसाने के बाद वो खुद उनसे किनारा कर लेता हैं। पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकामयाब हो रही हैं। कश्मीर की अवाम ने अतंकवाद और आतंकवादियों को रिजेक्ट कर दिया है।”

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