शत्रुघन सिन्हा के राहुल गांधी की तारीफ करने पर TMC में खलबली, पार्टी ने कही ये बड़ी बात
पश्चिम बंगाल: आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लोकसभा सदस्य शत्रुघन सिन्हा ने अडानी ग्रुप के शेयरों की कीमतों में गिरावट से संबंधित राहुल गांधी के संसद के पटल पर भाषण की जबरदस्त प्रशंसा की है। ऐसे में शत्रुघन सिन्हा का राहुल के पक्ष में बयान पार्टी के लिए एक झटक माना जा रहा है।
सिन्हा ने शुक्रवार को ट्विटर पर गांधी के जोरदार भाषण की जमकर तारीफ की। साथ ही सिन्हा ने इस मामले में राहुल गांधी की ओर से उठाए गए सवालों का उचित जवाब नहीं देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। सिन्हा ने ट्वीट किया, “हम सभी ने संसद में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1.5 घंटे लंबे भाषण को सुना, लेकिन दुर्भाग्य से इसमें सार की कमी थी और उन्होंने युवा आइकन राहुल गांधी द्वारा उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। सभी लोग राहुल गांधी की प्रशंसा कर रहे हैं।”
‘इसे अपनी समझ और ज्ञान के लिए देखें!’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखाष “जैसा कि कहा जा रहा है कि यह संसद में राहुल गांधी के सर्वश्रेष्ठ और ‘सर्वश्रेष्ठ’ में से एक भाषण है। इसे अपनी समझ और ज्ञान के लिए देखें! जय हिंद!” सिन्हा ने ट्वीट के साथ अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी टैग किया।
सिन्हा की टिप्पणियों से पार्टी ने बनाई दूरी
तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने सिन्हा की टिप्पणियों से खुद को दूर करना शुरू कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा डॉ सांतनु सेन के मुताबिक, सिन्हा की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत टिप्पणियां हैं और जरूरी नहीं कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के रुख को दर्शाती हों। सेन ने कहा कि हमें कांग्रेस से बस इतना ही कहना है कि यह अच्छा है कि उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आयोजन किया, साथ ही नेतृत्व को पार्टी को एकजुट रखने का प्रयास करना चाहिए।
इससे पहले भी राहुल की कर चुके हैं तारीफ
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी के बारे में सिन्हा की तारीफ ने तृणमूल कांग्रेस को पेचीदगी में डाल दिया है। इससे पहले 9 जनवरी को शत्रुघन सिन्हा ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा था कि राहुल गांधी एक युवा आइकन हैं और एक गंभीर नेता के रूप में उभरे हैं। साथ ही कहा था कि राहुल गांधी ने उस छवि को नष्ट की है, जिसे विपक्ष ने उनके खिलाफ पेश करने की कोशिश की थी। इसके बाद से राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में सिन्हा की प्रशंसा ने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के लिए असहजता पैदा कर दी है।