इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के नाम के अक्षर से जानें उनका व्यवहार और कैसा होगा उनका करियर
जिन लोगों का जन्म मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी या हस्त नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर म, ट या प हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक लाभ के बहुत सारे मौके मिलेंगे। आपको बस इन मौकों का फायदा उठाने की देर है। अतः 19 फरवरी तक जीवन में लाभ के मौके पाने के लिये आपको गाय को रोटी खिलानी चाहिए। ऐसा करने से आपको जीवन में हर तरह का लाभ मिलेगा।
जिन लोगों का जन्म चित्रा, स्वाति या विशाखा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम प, र या त अक्षर से शुरू होता हो, उनके घर के मुखिया को 19 फरवरी तक अपने ऊपर थोड़ा ध्यान बनाकर रखना चाहिए। आपको इस दौरान कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अतः 19 फरवरी तक किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिये और जीवन में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये – किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं। ऐसा करने से घर के मुखिया परेशानियों से बचे रहेंगे।
जिन लोगों का जन्म अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर न, य, भ, ध या फ हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक आर्थिक रूप से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस दौरान अपनी पूंजी को थोड़ा बचाकर रखना चाहिए, आपको कभी भी किसी चीज़ की जरूरत पड़ सकती है। आपको किसी से पैसा उधार भी लेना पड़ सकता है। अतः 19 फरवरी तक पैसों के मामले में किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये आपको सूर्यदेव को प्रतिदिन जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से आपको आर्थिक रूप से किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जिन लोगों का जन्म उत्तराषाढ़ा या श्रवण नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम भ, ज या ख अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को फरवरी तक अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य थोड़ा गड़बड़ा सकता है। आपको किसी तरह का डर भी सता सकता है। अतः 19 फरवरी तक किसी भी तरह के भय या डर से बचने के लिये और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिये – आपको मन्दिर में नारियल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपको पैसों के मामले में किसी भी तरह की अशुभ स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा, आपके साथ सब अच्छा होगा।
आज सूर्य के धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करने के बारे में आज से लेकर 19 फरवरी तक सूर्यदेव के धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे और उस स्थिति में सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए, आज हमने इसके बारे में चर्चा की है। उम्मीद है कि आप इस चर्चा का लाभ जरूर उठायेंगे।