लाशों के ढेर लगे मगर मौत का गलत आंकड़ा बता रहा चीन! अब दुनिया को बताया, कैसे होती है कोरोना से मरने वालों की गिनती
चीन में कोरोना वायरस का ताजा प्रकोप इस वक्त पूरी दुनिया के लिए चिंता का बड़ा कारण बना हुआ है। यहां के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। जिनमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे जगह-जगह लाशों के ढेर लगे हुए हैं। बावजूद इसके चीन मरने वालों की संख्या कभी एक तो कभी दो बता रहा है। जिसके बाद से चीन को लेकर कहा जा रहा है कि वह दुनिया से एक बार फिर सच छिपा रहा है और असल आंकड़ा नहीं बता रहा।
इस बीच चीन ने बताया है कि कोविड-19 मृतकों की गिनती कैसे कर रहा है। उसने कहा है कि केवल निमोनिया या सांस लेने में परेशानी से होने वाली मौतों को कोविड मृतकों के आधिकारिक आंकड़ों में शामिल किया जाता है। चीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी है। इस लिहाज से मृतकों की संख्या अपने आप कम हो जाती है जबकि पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
रूढ़िवादी रवैया अपना रहा चीन
पेकिंग विश्वविद्यालय के नंबर-1 अस्पताल में संक्रामक रोग मामलों के प्रमुख वेंग ग्विकियांग ने मंगलवार को कहा कि पहले से मौजूद बीमारियों के कारण होने वालीं मौतों को कोविड-19 मृतकों के आंकड़ों में नहीं जोड़ा जाता। फ्लू या कोविड-19 आंकड़ों की गणना करने के मामले में चीन का रूढ़िवादी रवैया रहा है। अमेरिका समेत ज्यादातर देशों में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ऐसी किसी भी मौत को कोविड-19 से संबंधित मौत माना जाता है, जिसमें यह बीमारी किसी न किसी तरह एक कारक रही है।
बुधवार को सामने नहीं आया नया मामला
वेंग की टिप्पणी से पता चलता है कि महामारी के दौरान चीन के काम करने का क्या तरीका रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की तरफ से जारी दैनिक आंकड़ों के अनुसार बुधवार को चीन में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया जबकि मृतकों की संख्या 5,241 है।