कांग्रेस में जवाबदेही से बचने वाले नेता संगठन से होंगे बाहर, नए चेहरों को मिलेगा मौका; खरगे ने दिया सख्त संदेश
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी में पद लेकर केवल अपनी सियासी शान चमकाने वाले नेताओं को सख्त दो टूक संदेश दिया है कि अब जवाबदेही निभाए बिना उनके लिए पद पर बने रहना मुश्किल होगा। कांग्रेस संचालन समिति की पहली बैठक में खरगे ने संगठन के शीर्ष से लेकर नीचे तक सभी स्तरों पर जवाबदेही की जमकर पैरोकारी करते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने की प्रवृत्ति अब अस्वीकार्य है।
संगठनात्मक जवाबदेही रहेगी सर्वोच्च प्राथमिकता
पार्टी की चुनावी जीत के लिए संगठनात्मक जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का ऐलान करते हुए खरगे ने यह भी साफ कर दिया कि जवाबदेही से बचने वाले नेताओं को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और उनकी जगह कांग्रेस नए चेहरों को मौका देगी।
खरगे ने साफ कर दिए अपने इरादे और तेवर
कांग्रेस महाधिवेशन सत्र का कार्यक्रम तय करने और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सकारात्मक फीडबैक के बाद संगठन को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए इसका लाभ लेने जैसे मसलों पर चर्चा के लिए रविवार को बुलाई गई संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन के अपने इरादे और तेवर दोनों साफ कर दिए।
निरंतर रिपोर्ट देने का निर्देश
खरगे ने अध्यक्ष चुने जाने के बाद संचालन समिति के रूप में काम कर रही कार्यसमिति और पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते राज्य प्रभारियों को 30 से 90 दिनों के भीतर जनता से जुड़े मुद्दों पर जन आंदोलन करने और उसकी रिपोर्ट निरंतर देते रहने का निर्देश दिया।
2024 लोकसभा चुनाव पर फोकस
कांग्रेस अध्यक्ष ने विशेष रूप से उन राज्यों के प्रभारियों से पार्टी के राजनीतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा मांगी, जहां 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव होने हैं। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी में सर्वोच्च प्राथमिकता संगठनात्मक जवाबदेही है, क्योंकि चुनाव जीतकर देश की सेवा करने के लिए यह अपरिहार्य है।
पार्टी में बहुत जिम्मेदार लोग हैं
जवाबदेही से बचने वाले नेताओं को खरी-खरी सुनाते हुए खरगे ने कहा कि पार्टी में बहुत जिम्मेदार लोग हैं, जो अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने मान लिया था, जवाबदेही को नजरअंदाज किया जाएगा।
महासचिव और राज्य प्रभारियों को दिखाया आईना निर्देश
एआइसीसी के महासचिवों और राज्य प्रभारियों को आइना दिखाते हुए खरगे ने कहा कि महीने में कम से कम 10 दिन क्या राज्यों का दौरा वे करते हैं और जिला, ब्लॉक स्तर तक कांग्रेस कमिटियों का गठन हुआ है, इससे वे अवगत हैं। तमाम ऐसे जिले और ब्लॉक हैं, जहां बहुत लंबे समय से चेहरे नहीं बदले गए और क्या नीचे तक के कार्यकर्ताओं की आवाज सुनी गई। उन्होंने सभी प्रदेश प्रभारियों से लेकर राज्य इकाईयों को निर्देश दिया कि अगले तीन महीने के दौरान किए जाने वाले आंदोलन का खाका तैयार कर 15 से 30 दिन में इस पर उनके साथ बैठक करें।