02 November, 2024 (Saturday)

सद्दाम हुसैन वाले बयान पर बोले हिमंत बिस्व सरमा- मैंने कहा था अगर राहुल दाढ़ी काट लें तो नेहरू जैसे लगेंगे

गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगी हुई है और एक दूसरे पर हमला बोलने का एक मौका नहीं छोड़ रही. इसी के तहत कुछ दिनों पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी राहुल गांधी पर तंज कसा था और पूछा था कि उनका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है. उनके इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था जिसके बाद अब इसी बयान पर उन्होंने सफाई दी है. उनका कहना है कि मैंने कहा था राहुल गांधी दाढ़ी काट ले तो आप नेहरू जैसे दिखाई देंगे.

न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में उन्होंने मामले पर सफाई देते हुए कहा, ”मैंने किसी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है, मैंने कहा कि देखते देखते आपका(राहुल गांधी) चेहरा और सद्दाम हुसैन का चेहरा…अगर आप दोनों को एक साथ बैठा दें तो एक जैसा लगेगा जबकि अगर आप अपनी दाढ़ी काट ले तो आप नेहरू जैसे दिखाई देंगे.”

क्या था सरमा का बयान?

सरमा ने राहुल गांधी के चेहरे पर तंज कसते हुए कहा था कि अभी मैंने देखा है कि उनका (राहुल गांधी) चेहरा भी बदल गया है. चेहरा बदलना कोई बुरी बात नहीं है. आपको अगर चेहरा बदलना ही है तो सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू या फिर गांधी जी जैसा कर लो लेकिन आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है. इससे पहले भी एक जनसभा में राहुल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि लोगों को एक नेता में महात्मा गांधी या सरदार पटेल दिखने चाहिए, सद्दाम हुसैन नहीं.

इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रमुख विपक्षी नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता रही मेधा पाटकर के शामिल होने को मुद्दा बनाते हुए एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि गुजरात की जनता का विश्वास पुन: हासिल करने के लिए उसे बांटो और राज करो की रणनीति त्यागनी होगी.

भावनगर जिले के पालीताना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के पक्ष में सोमवार को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य ने कांग्रेस को इसलिए खारिज कर दिया है क्योंकि एक क्षेत्र व समुदाय के लोगों को दूसरे क्षेत्र व समुदाय के लोगों के खिलाफ भड़काने की उसकी नीति की वजह से राज्य को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ऐसे लोगों की मदद को तैयार नहीं है जो भारत को तोड़ने की चाह रखने वाले तत्वों का समर्थन करते हों.

गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण का मतदान एक दिसंबर को और दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होगा. मतगणना आठ दिसंबर को होगी.

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