कुशीनगर : कसया का गोपालगढ़ तिराहा बना अपराधियों का अड्डा
कुशीनगर। इनदिनों जिले के कसया थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राज मार्ग-28 स्थित गोपालगढ़ तिराहा उचक्कों व अपराधियो का अड्डा बना हुआ है। दिन के उजाले से लेकर रात्रि के अंधेरे तक इन अपराधियों द्वारा राहगीरों से मारपीट व छिनैती की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। सबसे गम्भीर बात यह है कि इन घटनाओं को जानकर भी पुलिस मौन साधे हुए है। ऐसे में दूर दराज से यात्रा कर रहे राहगीर न्याय के लिए किसका दरवाजा खटखटाए, यह उनके लिए सवाल बना हुआ है।
काविलेगौर हो कि राष्ट्रीय राज मार्ग-28 स्थित गोपालगढ़ तिराहा बाईपास होते हुए जहाँ जिला मुख्यालय को जोड़ता है, वही राष्ट्रीय राज मार्ग सीधे गोरखपुर व बिहार प्रान्त को भी सीधे जोड़ता है। स्थानीय सहित बिहार प्रान्त से आने वाले राहगीर अक्सर इस तिराहे पर रुकते है और यहाँ की दुकानों पर जलपान व रास्ते की जानकारी लेते है। इस दौरान इन राहगीरों से यहाँ मौजूद उच्चको व अपराधियो द्वारा वाद- विवाद करते हुए जहाँ मारपीट की जाती है, वही इन साथ छिनैती की घटनाओं को अंजाम भी दिया जाता है। बताते चले कि बीते 10 दिन पूर्व गोपालगंज बिहार के रहने वाले रमेश सिह जो लखनऊ से अपने गाड़ी से बिहार अपने घर जा रहे थे, बताया जाता है कि चाय पीने के लिए गोपालगढ़ तिराहे पर रुके, जहाँ उनके साथ मारपीट हुई ही, साथ मे उनका मोबाइल व कुछ पैसा अपराधी युवको द्वारा छीन लिया गया।
जब उन्होंने वहाँ सुरक्षा में तैनात पुलिस व होमगार्ड्स के जवानों से आप बीती बताई तो कार्यवाई के बजाए, लंबा कानूनी पचड़ा बताते हुए उन्हें अपने घर यानी बिहार जाने की सलाह दे डाली। थकहार कर वह बिहार निकल गए। दूसरी घटना बीते 5 दिन पूर्व का है। गोरखपुर से बिहार जा रही यात्री से भरी प्राइवेट बस को आगे गाड़ी लगाकर रोकने और यात्रियों के साथ मारपीट कर उनका सामान छीन लिया गया। इतना ही नही अपराधियों द्वारा बस का सीसा भी तोड़ दिया गया। घटना और वीभत्स न हो जाए इस लिए बस चालक आनन-फानन में बस लेकर भागा। तीसरी घटना फाजिलनगर क्षेत्र निवासी असफाक अंसारी व उनके मित्र के साथ बीते शनिवार की शाम को हुआ, वह अपने निजी चार पहिए वाहन से जिला मुख्यालय जा रहे थे। अपराधियो द्वारा उनकी गाड़ी में पीछे से ठोकर मारकर उलझ गए और उनकी गाड़ी को बुरी तरह छतिग्रत कर हजारो रुपये की छिनैती कर भाग निकले। थाने पहुँच असफाक अंसारी ने घटना की तहरीर दी लेकिन चार दिन बाद भी कोई कार्यवाई नही की गई।
घटना की तहरीर देने पहुँचे पीड़ित से क्या कही पुलिस
घटना के बाद आनन-फानन में कसया थाने पहुँचे विजय राव के साथ असफाक अंसारी व उनके मित्र ने आप बीती पुलिस को बताई। थाने में ही बैठकर विजय राव घटना की तहरीर लिखने लगे। जैसे ही तहरीर में रुपये छिनने की बात आई, बैठा पुलिस कर्मी यह कहते हुए दबाव बनाने लगा कि छिनैती की बात मत लिखे अन्यथा मुकदमा तो दूर कोई कार्यवाही भी नही हो पाएगी। पुलिस कर्मी ने यह भी कहा कि छिनैती की जगह पर तहरीर में यह लिख दे कि मारपीट के दौरान रुपये कही गिर गया। पुलिस कर्मी ने यह भी कहा कि मारपीट की घटना सही है लेकिन रुपये छिनैती की घटना सही नही है।