01 November, 2024 (Friday)

कन्हैया हत्याकाण्ड : अभाविप ने किया कोर्ट चौराहे पर मौन प्रदर्शन

उदयपुर में तालिबानी तरीके से कन्हैयालाल हत्याकाण्ड के विरोध में बुधवार को अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कोर्ट चौराहे पर हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर मौन प्रदर्शन किया।

अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जयेश जोशी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में कार्य करती है और देश की अखंडता, एकता और सुरक्षा से संबंधित घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती है। उसी संदर्भ में गत 28 जून को मालदास स्ट्रीट में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या जिहादी मानसिकता से प्रेरित लोगों द्वारा कर दी गई है उसका विद्यार्थी परिषद कड़े शब्दों में निंदा करती है। इस घटना से पूरा देश स्तब्ध है और उदयपुर एक शांतिप्रिय शहर है जिसकी छवि विश्व भर में प्रख्यात है, परंतु इस प्रकार की यह निर्मम हत्या उदयपुर को बदनाम करने की पूर्ण साजिश प्रतीत होती है। इस घटना में घायल ईश्वर गौड़ के प्रति भी संवेदना प्रकट करती है।

जयेश जोशी ने आरोप लगाया कि इस जिहादी मानसिकता के खूनी प्रदर्शन के लिए गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था व तुष्टीकरण की राजनीति कारण है। इसी से क्षुब्ध होकर विद्यार्थी परिषद ने कोर्ट चौराहे पर मौन प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता अपने हाथों में इस घटना के विरोध में प्रिंट आउट लेकर खड़े रहे। इसके पश्चात् विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें घटना में सम्मिलित हर व्यक्ति को फांसी की मांग की गई।

साथ ही, कन्हैया के परिवार को 5 करोड़ की मुआवजा राशि तथा उनके दोनों पुत्रों को स्थाई सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई। गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने, पीएफआई सहित जिहादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले संगठनों पर रोक और सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाए जाने की भी मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान मिलिंद पालीवाल, अभिषेक मेहता, कुलदीप सिंह, रौनकराज सिंह, उपनिषद प्रजापत, कृष्णपाल सिंह, अक्षत गुर्जर, यश सेवक आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

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