दक्षिण – दक्षिण सहयोग अफ्रीकी संबंधों का आधार: एम. वेंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने दक्षिण-दक्षिण सहयोग के सिद्धांत को अफ्रीका के साथ भारत के मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंधों का आधार करार देते हुए कहा है कि त्वरित तथा स्थायी पारस्परिक प्रगति लाने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ आर्थिक संबंधों में पूरकताओं एवं अवसरों की खोज की जानी चाहिए।
श्री नायडू ने कहा कि वैश्विक ‘दक्षिण-दक्षिण सहयोग’ के सिद्धांतों ने सभी अफ्रीकी देशों के साथ भारत के मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंधों का आधार तैयार किया है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक व्यवस्था और वैश्विक विकास में एक प्रमुख देश के रूप में उभर रहा है। अफ्रीकी राष्ट्र इसकी समृद्धि में भारत के भरोसेमंद भागीदारों और हितधारकों के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभायेंगे।
श्री नायडू कल सेनेगल में ‘तिरंगा और तेरांगा- भारत और सेनेगल के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष’ विषय पर – डकार में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री नायडू की भारत की ओर से सेनेगल की पहली राजकीय यात्रा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों की बहुलवादी परंपराएं हैं, सांस्कृतिक सहिष्णुता में विश्वास है और ये मूल्य लोगों से लोगों के बीच संबंधों का मूल हैं।
श्री नायडू ने कहा कि सेनेगल जैसे साझेदारों के साथ भारत के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन लाखों घरों को स्थायी रूप से रोशन करने और दूर-दराज के लोगों को ऊर्जा प्रदान करने में मदद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत सेनेगल के साथ रक्षा और सुरक्षा साझेदारी बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने भारत और अफ्रीका से वैश्विक व्यवस्था को अधिक न्यायसंगत बनाने और एक विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दिशा में काम करने के लिए मिलकर प्रयास करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा,“अफ्रीकी महाद्वीप, जिसमें 54 देश हैं और भारत, जो विश्व की आबादी का एक-छठा हिस्सा है, को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपना उचित हिस्सा मिलने का समय आ गया है।”
बाद में दिन में, श्री नायडू ने डकार में एक भारत-सेनेगल व्यापार कार्यक्रम में भाग लिया और वहां के व्यापारिक समुदाय को संबोधित किया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के बावजूद, हमारे दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों में स्वागत योग्य वृद्धि हुई है और द्विपक्षीय व्यापार 2021-22 में 1.65 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को पार कर गया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि द्विपक्षीय व्यापार आयात और निर्यात दोनों में विविधीकरण दिखा रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कंपनियों के लिए सेनेगल में विशेष रूप से कृषि, स्वास्थ्य सेवा, आईसीटी, खनन आदि में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। श्री नायडू ने अनुदान परियोजना के रूप में स्थापित उद्यमिता और तकनीकी विकास केंद्र सीईडीटी की सफलता का उल्लेख किया।
इस यात्रा में, श्री नायडू के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार, संसद सदस्य सुशील कुमार मोदी, विजय पाल सिंह तोमर और पी. रवींद्रनाथ भी हैं।