22 November, 2024 (Friday)

झांसी:साड़ी की दुकान में लगी आग, दो की मौत

उत्तर प्रदेश के झांसी में कोतवाली थानाक्षेत्र में एक साड़ी की दुकान और ऊपर बने आवासीय हिस्से में बुधवार सुबह भीषण आग लग गयी। हादसे के समय ऊपरी हिस्से में परिवार के नौ लोग सो रहे थे। नीचे साड़ी की दुकान से उठी आग पूरी तेजी से ऊपरी माले तक पहुंच गयी और इसकी चपेट में आकर बुर्जुग दम्पति की मौत हो गयी पुलिस और पड़ोसियों की मदद से परिवार के सात अन्य लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।

पुलिस ने बताया कि आज तड़के कोतवाली थानाक्षेत्र के नरिया बाजार स्थित साड़ी सेंटर में आग लगने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की व कई थानों की पुलिस समेत जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार व एसएसपी शिवहरी मीना भी मौके पर पहुंच गए। दमकल व स्थानीय लोगों की मदद से आग में फंसे सभी 9 लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया। इसमें अजय व संजय समेत सात लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया जबकि श्रीराम अग्रवाल (70) व उनकी पत्नी शांति देवी (68) गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों को उपचार के लिए भेजा गया। वहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

बचाव कार्य में कोतवाली थानाध्यक्ष तुलसी राम पांडे घायल हो गये और फायर ब्रिगेड के दो जवान हरिशरण सिंह व एक अन्य भी झुलस गए। श्री पांडे को भी उपचार के लिए मेडिकल भेजा गया जहां फेंफड़ों में काफी धुंआ भरने के कारण उनको सांस लेने में परेशानी हो रही थी जिसके बाद उन्हें ऑक्सीजन स्पोर्ट पर रखा गया है। दोनों पुलिसकर्मियों का भी उपचार किया जा रहा है। घटनास्थल पर अब आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।

गौरतलब है कि नरिया बाजार में पूनम साड़ी भण्डार के नाम से श्रीराम अग्रवाल की दुकान है। तीन मंजिला बिल्डिंग में श्रीराम अपने दोनों बेटे अजय व संजय साथ ऊपरी हिस्से में बने निवास में रहे हैं। आज सुबह लगभग चार बजे नीचे साड़ी सेंटर में अचानक आग लग गई जो जल्द ही ऊपरी हिस्से तक जा पहुंची। जब तक घर वालों की आंख खुली तब तक आग ने भयंकर रूप ले धारण कर लिया। पूरे परिवार के बीच दहशत में चीख पुकार मचने लगी। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए और आग बुझाने व लोगों को निकालने के प्रयास में जुट गए।

हादसे की भीषणता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रशासन ने मदद के लिए सेना को भी बुला लिया। हालांकि तब तक आग पर काबू पाया जा चुका था।

बताया जा रहा है कि दुकान में आग लगने के बाद सबसे पहले शांति देवी की आंख खुली। उन्होंने परिवार के अन्य सभी लोगों को जगाया। बचावकार्य में परिवार के लोगों को तो बचा लिया गया किंतु शांति देवी व उनके पति की बुरी तरह झुलसने के कारण मौत हो गयी।

आग की चपेट में आकर घर के ऊपरी हिस्से में रखे चार गैस के सिलेंडरों में भी एक के बाद एक धमाके हुए और इलाके दहशत फैल गयी । सिलेंडरों के आग पकड़ने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया जिस पर दमकल विभाग के लोगों ने पुलिस की मदद से कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया।

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