सत्येन्द्र जैन ने खुद मानी मनी लॉण्ड्रिंग की बात, केजरीवाल कैसे बचाव करेंगे: स्मृति ईरानी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को आप के मुखिया एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा क्लीन चिट दिये जाने पर आज तगड़ा पलटवार किया तथा कहा कि 56 शेल (फर्जी) कंपनियों के मालिक जैन ने स्वयं ही 16.39 करोड़ रुपए की धनशोधन की आय स्वीकार की है तो फिर श्री केजरीवाल किस मुंह से उन्हें पाक साफ बता रहे हैं।
भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कल एक ‘भ्रष्ट व्यक्ति’ को क्लीन चिट दी। अपने प्रेस के उद्बोधन में उन्होंने यह घोषणा की है कि सत्येन्द्र जैन के खिलाफ जो आरोप हैं, वे सभी तथ्यों से बहुत दूर हैं। चूंकि श्री केजरीवाल ने श्री सत्येन्द्र जैन को जनता की अदालत में बरी कर दिया। इसलिए आज वह कुछ प्रश्न पूछने के लिए विवश हैं।
श्रीमती ईरानी ने पूछा कि क्या श्री केजरीवाल इस बात को स्पष्ट कर सकते हैं कि श्री सत्येन्द्र जैन ने चार शेल कंपनियों को अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से 16.39 करोड़ रुपये की, 56 शेल कंपनियों के माध्यम से, हवाला ऑपरेटर के सहयोग से, 2010-16 तक मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) की या नहीं। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या ये सत्य है कि प्रधान आयकर आयुक्त ने इस बात को कहा कि 16.39 करोड़ रुपये के कालेधन के सही मालिक स्वयं सत्येन्द्र जैन हैं। क्या ये सत्य है कि दिल्ली उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने 2019 के अपने एक आदेश में इस बात की पुष्टि की कि सत्येन्द्र जैन ने मनी लॉन्ड्रिंग की है, तो फिर श्री केजरीवाल किस मुंह से उन्हें पाक साफ बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि श्री केजरीवाल के पास अदालत के आदेश की प्रति नहीं है तो भाजपा के कार्यकर्ता उन्हें ये दस्तावेज उपलब्ध कराने में प्रसन्नता अनुभव करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने पूछा कि क्या ये सत्य है कि सत्येन्द्र जैन शेल कंपनियों के मालिक हैं। इन शेल कंपनियों के नाम हैं- इंडो मैटेलिक इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इन्फो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड। ये कंपनियां वे अपनी पत्नी के साथ शेयर होल्डिंग के माध्यम से कंट्रोल करते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या ये सत्य है कि इस कालेधन के माध्यम से सत्येन्द्र जैन ने दिल्ली के कई इलाकों में 200 बीघा जमीन का मालिकाना हक अपने लाभ में लिया।
श्रीमती ईरानी ने पूछा, “केजरीवाल जी क्या ये सत्य है कि श्री सत्येन्द्र जैन आज भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोपपत्र में मुख्य आरोपी हैं? क्या ये सत्य है कि 16.39 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग की जो आय है, उस पर टैक्स लगाया जाए, ये प्रस्ताव स्वयं सत्येन्द्र जैन की कंपनियों का था। सत्येन्द्र जैन ने स्वयं स्वीकार किया कि 16.39 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला कारोबार के माध्यम से की गई, केजरीवाल जी क्या ऐसा व्यक्ति आज भी आपकी सरकार का मंत्री बना रहना चाहिए।”
श्रीमती ईरानी ने कहा कि श्री केजरीवाल को अच्छी तरह से पता था कि श्री सत्येन्द्र जैन काले धन को सफेद करने के कारोबार से जुड़े हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में स्वघोषित आय योजना में उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग की आय घोषित की थी। ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाना और मामला खुलने पर भी उसका बचाव करना, श्री केजरीवाल के दोहरेपन को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल ने कहा है कि भ्रष्टाचार करना देशद्रोह करना होता है तो श्री केजरीवाल अब बतायें कि एक देशद्रोही उनके मंत्रिमंडल में क्यों है।