पाकिस्तानी संसद ने सेना की सुरक्षा ब्रीफिंग टाली, विपक्षी पार्टियों ने दी धी धमकी
पाकिस्तान की संसद ने गुलाम कश्मीर में गिलगिट बाल्टिस्तान से संबंधित सुरक्षा ब्रीफिंग टाल दी है। विपक्षी पार्टियों ने इसके बहिष्कार की धमकी दी थी। नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर ने घोषणा की थी कि सेना के वरिष्ठ अधिकारी बुधवार को विभिन्न संसदीय पार्टियों को ब्रीफ करेंगे। हालांकि उन्होंने ब्रीफिंग का एजेंडा जाहिर नहीं किया था। राजनीतिक सूत्रों ने कहा कि यह गिलगिट बाल्टिस्तान के प्रोविजनल स्टेटस के बारे में हो सकता है। हालांकि विपक्षी पार्टियों ने ब्रीफिंग में भाग लेने से इन्कार कर दिया। पार्टियों ने कहा कि सरकार इसका इस्तेमाल गिलगिट बाल्टिस्तान के चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए कर सकती है। चुनाव 15 नवंबर को कराए जाएंगे।
नेशनल असेंबली सचिवालय ने ट्वीट में कहा है कि नेशनल असेंबली और सीनेट में संसदीय नेताओं का 11 नवंबर को आयोजित होने जा रहा सत्र स्थगित कर दिया गया है। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और इंटर-सर्विस इंटेलीजेंस के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद सांसदों को संबोधित करने वाले थे। दोनों ने राजनेताओं को सितंबर में ब्रीफ किया था।