पवन हंस के विनिवेश में सरकार ने किया भारी ‘फ्रॉड’: कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार की विनिवेश नीति पर सवाल उठाते हुए रविवार को कहा कि सरकारी कंपनियों को निजी हाथों में बेचने की उसकी कोई नीति नहीं है और सरकार ने पवन हंस हेलीकॉप्टर जैसी बड़ी कंपनी का विनिवेश करके बहुत बड़ा घपला किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लव ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार ने दक्षिणी एशिया में हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कंपनी पवन हंस को महज छह माह पुरानी एक सामान्य कंपनी को ओने पौने दाम पर बेचकर देश की जनता के साथ बड़ा धोखा किया है। पवन हंस का जिस तरह से विनिवेश हुआ है वह नियमों का उल्लंघन है और देश की जनता के साथ बहुत बड़ा घपला है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पास सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश की कोई नीति नहीं है इसीलिए उसने देश की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता कंपनी के 51 फ़ीसदी शेयर स्टार99 मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को महज 211.14 करोड़ रुपये में बेचे हैं। उनका कहना था कि आश्चर्य इस बात का है कि पवन हंस के लिए जिन तीन कंपनियों ने बोली लगाई उनमें से दो ने तय किए गए मानक से कम की बोली लगाई है।
प्रवक्ता ने कहा कि पवन हंस के पास 42 हेलीकॉप्टरों का बेड़ा है और वह अमरनाथ, वैष्णो देवी, केदारनाथ आदि धार्मिक स्थलों पर हवाई सेवा उपलब्ध करा रही है जबकि उसे खरीदने वाली कंपनी के पास कोई हेलीकॉप्टर नहीं है। उनका कहना था कि 2016-17 तक पवन हंस लाभ कमाने वाली कंपनी रही है लेकिन उसके बाद वह घाटे में रही जिसके कारण सरकार ने उसको निजी हाथों बेचने का गलत फैसला लिया।