मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में रिकार्ड 1.67 लाख कंपनियां हुयी पंजीकृत
देश में अब नयी कंपनियों के पंजीयन में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है क्योंकि वित्त वर्ष 2021-22 में 1.67 लाख कंपनियों का पंजीयन कराया गया है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 1.55 लाख रही थी।
कंपनी मामलों के मंत्रालय ने आज यहां जारी बयान में कहा कि मार्च 2022 में समाप्त वित्त वर्ष में उसने रिकार्ड 1.67 लाख कंपनियों का पंजीयन किया है जो अब तक एक वित्त वर्ष में पंजीकृत कंपनियों का रिकार्ड है। वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में मार्च 2022 में समाप्त वित्त वर्ष में कंपनियों के पंजीयन में आठ फीसद की बढोतरी दर्ज की गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कंपनी मामलों के मंत्रालय ने वर्ष 2018-19 में 1.24 लाख कंपनियों का पंजीयन हुआ था। वर्ष 2019.20 में 1.22 लाख और वर्ष 2020-21 में 1.55 लाख कंपनियां पंजीकृत हुयी।
देश में कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के साथ ही देश में व्यापार करने में कई प्रतिक्रियाओं को सुगम बनाने, समय और लागत में कमी लाने से भी कंपनियों के पंजीयन में बढोतरी हो रही है।
मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में जिन राज्यों में सबसे अधिक कंपनियों का गठन हुआ उसमें महाराष्ट्र 31107 कंपनियों के साथ अव्वल रहा है। इसके बाद दूसरे पायदान पर उत्तर प्रदेश है जहां 16969 कंपनियां पंजीकृत हुयी है। इसके बाद राजधानी दिल्ली का नंबर है जहां 16323 कंपनियों का गठन किया गया। चौथे नंबर पर 13403 के साथ कर्नाटक और 11010 कंपनियों के साथ पांचवें नबंर पर है।