3 सरकारी बीमा कंपनियों का आएगा IPO, जानिए बीमा नियामक ने क्यों पूछा-कैसे चलेगा बिजनेस
बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने तीन सरकारी साधारण बीमा कंपनियों नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से उनकी संशोधित कारोबार योजना मांगी है। ये तीनों बीमा कंपनियां वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही हैं। इरडा की सदस्य (गैर-जीवन) टीएम अलामेलु ने कहा है कि वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए इन कंपनियों को नियामक द्वारा निर्धारित कुछ मानदंडों पर खरा उतरना ही होगा।
बाजार में लिस्टिंग की तैयारी करनी चाहिए
अलामेलु ने गुरुवार को इरडा के चेयरमैन देबाशीष पांडा और अन्य अधिकारियों के साथ जीवन बीमा, साधारण बीमा तथा स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें पांडा ने बीमा कंपनियों से कहा कि पूंजी की उपलब्धता के लिए उन्हें शेयर बाजारों में सूचीबद्धता की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।
सरकार से मिनिमम लिमिट हटाने को कहेंगे
उन्होंने यह भी कहा कि नई कंपनियों को इंश्योरेंस कारोबार में कदम रखने के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपये की जो न्यूनतम पूंजी सीमा रखी है, उसे हटाने के लिए नियामक सरकार से आग्रह करेगा।
चार बीमा कंपनियों के लिए 5,000 करोड़ रुपये की मांग की
हाल ही में चालू वित्त वर्ष के लिए पूरक मांगों के तीसरे बैच में सरकार से चार सार्वजनिक क्षेत्र की सामान्य बीमा कंपनियों के पुनर्पूंजीकरण के लिए 5,000 करोड़ रुपये की मांग की थी। पांडा ने कहा कि सरकार बीमा कंपनियों की वर्तमान वित्तीय स्थिति से भली-भांति परिचित है। नियामक ने सलाह के साथ कुछ सहनशीलता भी दी है कि बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें अधिक पूंजी लगाने की आवश्यकता हो सकती है।
LIC भी ला रही ipo
बता दें कि सरकार देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC का आइपीओ प्लान कर रही है। इसके मई में पूंजी बाजार में लॉन्च होने की उम्मीद है। सरकार के विनिवेश कार्यक्रम में यह ऑफर काफी मददगार साबित हो सकता है।